PCOD में ज्यादा भूख लगने और शुगर क्रेविंग्स के पीछे होते हैं ये कारण
के पीछे होते हैं ये कारण
आजकल महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या बनती जा रही है। PCOS यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में होने वाला एक हार्मोनल विकार है। PCOS में महिलाओं के लिए सबसे जरूरी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव है। रेगुलर एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट, PCOS से परेशान महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। PCOS का असर महिलाओं के पीरियड्स और फर्टिलिटी पर पड़ता है। इस कंडीशन में ओवरीज से कई अविकसित अंडे निकलते हैं, जो सिस्ट में बदल जाते हैं।
इस कंडीशन में शुगर क्रेविंग्स, वेट गेन, एक्ने, हेयरफॉल, इंसुलिन रेजिस्टेंस, थकान, फेशियल हेयर की समस्या हो सकती है। ये सारे लक्षण हार्मोनल इंबैलेंस की तरफ इशारा करते हैं। कुछ महिलाओं को इस कंडीशन में ज्यादा भूख लगती है और खासतौर पर मीठा खाने की ज्यादा इच्छा होती है। इसके पीछे क्या कारण हैं, आइए एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
PCOD में ज्यादा भूख लगना और शुगर क्रेविंग्स
PCOD में महिलाओं को कई बार ज्यादा भूख लगती है और मीठा खाने की भी अधिक इच्छा होती है। दरअसल, PCOD की वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस के चलते शरीर में इंसुलिन की अधिक मात्रा का प्रोड्यूस होती है। इससे शरीर में इंसुलिन का लेवल बढ़ जाता है और हाई इंसुलिन लेवल की वजह से हमारी सेल्स, ब्लड स्ट्रीम से बहुत अधिक शुगर को बाहर निकालती हैं। इसी कारण, शुगर क्रेविंग्स होती हैं और बहुत जल्दी-जल्दी भूख लगने लगती है। अक्सर PCOD से परेशान महिलाओं को भूख लगने पर कार्ब्स से भरपूर मील्स या ज्यादा पोर्शन में मील्स खाने की इच्छा होती है।
PCOD के लक्षण
भूख अधिक लगना और शुगर क्रेविंग्स भी इसका लक्षण हो सकता है। दरअसल, इंसुलिन रेजिस्टेंस की वजह से PCOD से परेशान महिलाओं की ब्लड शुगर का लेवल कम और ज्यादा होता रहता है और इस वजह से भूख, कमजोरी और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। भूख लगने पर आप जितना अधिक कार्बोहाइड्रेट का सेवन करेंगी, आपका इंसुलिन उतना ही अधिक बढ़ेगा, और आपका ब्लड शुगर कम होने पर आपके लिए मुश्किल उतनी ही अधिक होगी। PCOD में मील्स के लगभग 2-2.5 घंटे बाद महिलाओं की शुगर एकदम से ड्रॉप होती है, इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। इसलिए इस हेल्थ कंडीशन में महिलाओं को इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
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