बारिश के दिनों अक्सर रहती है फंगल इंफेक्शन की शिकायत, काबू पाने के लिए करे ये घरेलू उपाय

Update: 2023-07-23 14:06 GMT
मानसून का मौसम हमें भीषण गर्मी से तो आजादी दिलाता है लेकिन इसी के साथ कई त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ भी लेकर आता हैं। जिसमें से फंगल इंफेक्शन एक आम बीमारी हैं। यह बीमारी मॉनसून के दौरान हल्की बूंदा-बांदी में भीगने के बाद अपनी त्वचा को अनदेखा करने से हुई फंगस के संक्रमण के कारण होती हैं। फंगस पैदा करने वाले जीवाणु आमतौर पर मानसून के दौरान कई गुना तेजी से फैलते हैं। जिसकी वजह से मानसून के दिनों में यह इंफेक्शन बढ़ने लग जाता हैं। इससे बचने के लिए आज हम आपको कुछ नुस्खे बताने जा रहे हैं जो आपके बड़े काम आएँगे।
* लहसुन
लहसुन में एंटी फंगल गुण मौजूद होते हैं इसलिए खाने में लहसुन के प्रयोग से फंगल इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है। लहसुन के प्रयोग के लिए आप लहसुन की 3-4 कलियों को पीस लें और इसके पेस्ट को इंफेक्शन वाली जगह पर लगाएं। अगर आपने इंफेक्शन वाली जगह को ज्यादा खुजलाया है तो लहसुन लगाने से एक मिनट हल्की सी जलन हो सकती है लेकिन इससे ये इंफेक्शन धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
* हल्दी
हल्दी में भी एंटीफंगल गुण होते हैं इसलिए इसके प्रयोग से भी फंगल इंफेक्शन ठीक हो जाते हैं। इसके लिए आप इंफेक्शन वाली जगह पर कच्ची हल्दी को पीसकर लगा सकते हैं। अगर कच्ची हल्दी उपलब्ध नहीं है तो आप हल्दी पाउडर को थोड़े से पानी के साथ मिलाकर इसका गाढ़ा पेस्ट बनाकर इसे भी प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं। हल्दी के प्रयोग से इंफेक्शन की वजह से होने वाले दाग-धब्बे भी मिट जाते हैं।
* जैतून का तेल
जैतून का तेल काफी गुणकारी होता है लेकिन इसके पत्तों में भी कई गुण होते हैं। फंगल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए जैतून के 5-6 पत्तों को पीसकर इसका पेस्ट बना लें और इसे इंफेक्शन वाली जगह पर लगा लें। इस पेस्ट को त्वचा पर आधे घंटे लगा रहने दें इसके बाद धुल लें।
* एलोवेरा जेल
फंगल इंफेक्शन में एलोवेरा जेल के प्रयोग से राहत मिल सकती है लेकिन इसके लिए ताजा तोड़े गए पत्ते का जेल अच्छा होता है। इसके लिए आप एलोवेरा के ताजे पत्ते को तोड़कर इसे बीच से वर्टिकल काट लें और जेल वाले हिस्से को त्वचा पर सीधे ही रगड़ें। रगड़ने के बाद बचे हुए रेशों को त्वचा पर 30 मिनट तक रहने दें फिर गुनगुने पानी से धुल लें।
* दही
दही में एसिड होता है जो हानिकारक बैक्टीरिया को मार देता है। हालांकि दही में खुद भी बैक्टीरिया होते हैं लेकिन वो बैक्टीरिया हमारे शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। फंगल इंफेक्शन के लिए आप दही को इंफेक्शन वाली जगह पर कॉटन की सहायता से लगाएं और मसाज करें। ध्यान दें इंफेक्शन वाली जगह को कभी भी हाथों से न छुएं क्योंकि ये इंफेक्शन संक्रामक होता है।
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