गर्मियों में बढ़ जाती हैं UTI इंफेक्शन की परेशानी, राहत के लिए आजमाएं ये घरेलू उपाय
गर्मियों में बढ़ जाती हैं UTI इंफेक्शन की परेशानी
गर्मियों की शुरुआत हो चुकी हैं जिसमें शरीर से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता हैं। इन्हीं में से एक परेशानी हैं UTI (यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन) की जो कि मूत्र मार्ग में होने वाला संक्रमण हैं। यह आम संक्रमण है जिसमें यूरीन के दौरान होने वाली जलन के साथ कई समस्याएं शामिल हैं। शोध के अनुसार 50 से 60 प्रतिशत महिलाओं को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार तो यूरिन इन्फेक्शन होता ही है और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में यह ज्यादा होता है। गर्मियों के दौरान यह समस्या बहुत परेशान करती हैं और समय रहते इसके उपाय ना किए जाए तो कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ घरेलू उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनके इस्तेमाल से UTI इंफेक्शन की परेशानी से राहत पाई जा सकती हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
नारियल पानी
स्वादिष्टऔर कूलिंग होने के साथ-साथ नारियल का पानी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। नारियल पानी पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस भी बेहतर होता है। वहीं, नारियल का पानी एक मूत्रवर्धक भी है और इसे पीने से बार-बार पेशाब भी होती है, जिससे बैक्टेरिया और इंफेक्शन को मूत्रमार्ग के बाहर निकालने में नारियल पानी मदद करता है।
क्रेनबेरी जूस
इन्फेक्शन इन यूरिन से राहत पाने के लिए क्रेनबेरी या करोंदा जूस लाभकारी हो सकता है। इससे जुड़े शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि क्रेन बेरी जूस का नियमित सेवन करने से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से राहत मिल सकती है। दरअसल, इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड यूरिन इन्फेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया को संक्रमण फैलाने से रोकने में मदद कर सकते हैं। यही कारण है कि यूरिन इन्फेक्शन का घरेलू उपचार करोंदे के जूस की मदद से किया जा सकता है।
नींबू पानी
हाइड्रेटिंग ड्रिंक होने के अलावा नींबू पानी पीने से यूटीआई जैसी समस्याओं से आराम भी मिलता है। इसी तरह नींबू में विटामिन सी भी पाया जाता है, जो शरीर में जमा टॉक्सिंस और बैक्टेरिया को खत्म करता है। इसीलिए, पेशाब करते समय होने वाली समस्याओं से आराम पाने के लिए आप नींबू पानी का सेवन कर सकते हैं।
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा एल्कलाइन होता है, जिससे मूत्र में एसिडिटी के स्तर को कम करने में मदद मिलती है जिससे पेशाब करते समय कुछ हद तक असुविधा होती है। बेकिंग सोडा के 1 चम्मच को 8 औंस पानी में मिलाएं। सोडा पूरी तरह से घुलने तक मिश्रण को हिलाएं। इसे रोज सुबह एक हफ्ते तक पिएं। इस दौरान नमक कम रखें क्योंकि बेकिंग सोडा सोडियम से भरपूर होता है।
जौ का पानी
जौ के पानी को मूत्र पथ के संक्रमण सहित कई स्वास्थ्य रोगों के इलाज के लिए जाना जाता है। आपको बस एक पैन में जौ को भूरा होने तक भूनना है। ठंडा होने के बाद, उन्हें एक महीन पाउडर में पीस लें। तीन चम्मच पाउड और दो चम्मच शहद को एक गिलास ठंडा पानी में मिक्स करके पियें।
यूटीआई के घरेलू इलाज में प्रोबायोटिक्स को सबसे सटीक इलाज माना गया है। लाभदायक बैक्टीरिया को प्रोबायोटिक्स कहते हैं। ये प्रोबायोटिक्स यूरिनरी ट्रैक्ट को नुकसानदायक बैक्टीरिया से बचाता है। प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से लैक्टोबेसिलस की मात्रा में इजाफा होता है। जो मूत्र में हाइड्रोजन परॉक्साइड बनाता है, जो खुद में एक एंटीबैक्टीरियल का काम करता है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल की मदद से भी यूरिन इन्फेक्शन का घरेलू उपचार किया जा सकता है। बता दें कि टी ट्री ऑयल एंटी-बैक्टीरियल गुण से समृद्ध होते हैं, जो मूत्राशय संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि मूत्र संक्रमण से संबंधित घरेलू उपायों से जुड़े एक शोध से होती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि यूरिन इन्फेक्शन के घरेलू उपाय के लिए टी ट्री ऑयल बेहद लाभकारी हो सकता है।
बरगद के पेड़ की छाल
बरगद के पेड़ की छाल मूत्र पथ के संक्रमण जैसे ट्राइकोमोनीस, योनिशोथ और श्रोणि सूजन संक्रमण के उपचार में मदद कर सकती है। आमतौर पर, बरगद के पेड़ की छाल को कैप्सूल या अर्क के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और इसलिए यूटीआई के दर्दनाक लक्षणों से राहत देता है।