बेहद पीड़ादायी स्थिति पैदा करती हैं मोच की समस्या, इन उपायों से मिलेगा आराम
मोच की समस्या, इन उपायों से मिलेगा आराम
व्यायाम करते समय, खेल-कूद या दौड़ते हुए कई बार पैर मुड़ जाता है, जिसे अक्सर हम अनदेखा कर देते हैं। लेकिन कई बार आगे बढ़कर यह मोच की समस्या में तब्दील हो जाती हैं। मोच की समस्या से हर लोग कभी न कभी परेशान रहे होंगे। मोच आने की वजह से आपको सूजन, मांसपेशियों में दर्द और अकड़न महसूस हो सकती है। कई बार यह कम दुखदायी होता है, तो कभी ज्यादा कष्टकारी भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले दादी-नानी के नुस्खे आजमाए जाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही नुस्खें बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से मोच की समस्या के दर्द में आराम पाया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
लौंग का तेल
मोच की समस्या आने पर लौंग का तेल भी काफी असरदार है। लौंग के तेल में एनेस्थेटिक गुण मौजूद होते हैं। जो स्वेलिंग और दर्द को कम करता है। इस तेल को दो चम्मच लेकर मोच वाले जगह पर अच्छे से मालिश करें। मसल्स के पेन में भी काफी आराम मिलेगा। दिन भर में तीन से चार बार लौंग के तेल से मालिश करें। काफी हद तक राहत मिलेगा।
सेंधा नमक
सेंधा नमक मांसपेशियों के दर्द को बहुत ही प्रभावी तरीके से ठीक करता है। सेंधा नमक मैग्नीशियम सल्फेट से बनता है। मैग्नीशियम प्राकृतिक तरीके से आराम देता है जिसकी मदद से उत्तकों से अधिक द्रव बाहर निकालता है और सूजन या दर्द से आराम मिलता है। इसके लिए सबसे पहले दो कप सेंधा नमक को बाथ टब या बाल्टी में डाल दें। फिर उसमे गर्म पानी मिलाएं। अब उस पानी से आधे घंटे तक नहाएं या उसमे प्रभावित क्षेत्र को आधे घंटे तक के लिए डुबोकर रखें। अब उस क्षेत्र को तौलिये से पोछकर इलास्टिक बैंडेज से बाँध लें। इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक पूरे दिन में एक बार ज़रूर दोहराएं। तब तक जब तक मोच की परेशानी पूरी तरह से दूर नहीं हो जाती।
इमली का पत्ता
इमली के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो मोच के दर्द में लाभकारी होते हैं। इमली के पत्तों को पीसकर इसमें गुनगुना पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को मोच वाली जगह लगाने से आराम मिलेगा।
हल्दी और चूना
आप एक कटोरी या पैन में दो चम्मच हल्दी और एक चम्मच चूना लें। फिर उसको अच्छी तरह से फेंटकर धीमी आंच में एक-दो मिनट रखने के बाद उतार दें और गुनगुना गर्म अवस्था में मोच वाले जगह पर लगायें। जब तक न सूखे निकालें नहीं, सूखने के बाद गुनगुने गर्म पानी से धो लें। आपको कुछ देर में आराम मिलने लगेगा। जब तक तक दर्द कम हो नियमित रूप से इस लेप को दिन में दो बार लगा सकते हैं। इसको लगाने के बाद जगह पर ज्यादा हिलाये-डुलाये नहीं। हल्दी का एन्टी-इन्फ्लैमटोरी गुण सूजन को कम करने में बहुत मदद करता है।
आइस पैक
पैर की मोच के घरेलू उपचार के तौर पर आइस पैक एक कारगर उपाय साबित हो सकता है। इसके लिए बर्फ के टुकड़ों को गीले तौलिये में लपेटें। करीब 15-20 मिनट के लिए दर्द वाली जगह पर इससे मसाज करें। इस प्रक्रिया को हर एक से दो घंटे में दोहरा सकते हैं।
अरंडी का तेल
अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, जो हड्डियों के दर्द को कम करने में कारगर होता है। गठिया रोग के लोगों के लिए अरंडी के तेल से मालिश करने से सूजन एवं ऐंठन कम होती है। इसके अलावा मोच को ठीक करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग फायदेमंद होता है।
सेब का सिरका
सेब के सिरके को मांसपेशियों में अकड़न और लेग क्रैम्प्स का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें सूजनरोधी और एल्कलाइज़िंग के गुण मौजूद होते हैं जो सूजन और दर्द को दूर करते हैं। इसके लिए दो कप सेब के सिरके को बाथटब या बाल्टी में डाल दें। फिर उसमे गर्म पानी मिलाएं। अब उस पानी से आधे घंटे तक नहाएं या उसमे प्रभावित क्षेत्र को डुबोकर रखें। इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक पूरे दिन में एक बार ज़रूर दोहराएं।
तुलसी
तुलसी का पौधा तो हर घर में मिलता है। चोट लगने पर तुरन्त तुलसी की कुछ पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें और उसको चोट वाले स्थान पर लगायें। तुलसी का औषधिय गुण अपना चमत्कार दिखायेगा।