महिलाएं, गर्भावस्था, मासिक धर्म और रजोनिवृति सहित कई चुनौतियों से गुज़रती है़ं ऐसे में उन्हें सही पोषणतत्व की बहुत आवश्यकता होती है़ पर आजकल की बिज़ी लाइफ़स्टाइल में वे अपना पूरा-पूरा ख़्याल नहीं रखती हैं और नतीजा कई बीमारियों के रूप में सामने आता है़ं पोषण की कमी के कारण होनेवाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए, महिलाओं को ऐसे पोषकतत्वों का सेवन करना चाहिए, जिनकी उनके शरीर को आवश्यकता होती है़ आज हम इस आर्टिकल में उन्हीं पोषकतत्वों के बारे में जानेंगे, जिनकी महिलाओं को ज़रूरत होती है़
कैल्शियम
कैल्शियम एक खनिज है, जो हमारे शरीर की हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए किशोरावस्था और वयस्कता के दौरान चाहिए होता है़ विशेष रूप से 9 और 19 वर्ष की आयु के बीच की युवतियों के लिए 1300 एमजी रोज़ाना, एक आदर्श औसत माना जाता है! इसकी कमी के कारण अधिकांश डॉक्टर 40 से 50 वर्ष की आयु के रोगियों को कैल्शियम और विटामिन डी3 सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं, क्योंकि उन्होंने कम उम्र में पर्याप्त सावधानी नहीं बरती होती है़ ऐसे में आप इस बात का ध्यान रखें कि आपको अपने शरीर के कैल्शियम स्तर सही बनाए रखना ज़रूरी है और इसके आप उन खाद्य पदार्थों चुनाव करें, जिनमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है़
विटामिन डी3
कैल्शियम के अवशोषण को सुनिश्चित करने के लिए शरीर को इस विटामिन की आवश्यकता होती है़ अधिकांश युवाओं और स्वस्थ वयस्कों के लिए इस विटामिन का आदर्श औसत रोज़ाना 600 आई.यू. है़ ब्रॉकोली और फूल गोभी जैसे खाद्य पदार्थों के साथ, सूर्य की रौशनी लेना, विटामिन डी 3 प्राप्त करने के सर्वोत्तम और सरल तरीक़ों में से एक है इस संतुलन को बनाए रखने के लिए लोग आमतौर पर सप्लीमेंट्स लेते है़ं
आयरन
आयरन हमारे रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है़ लेकिन महिलाओं में इसका संतुलन बना रहे, इसकी विशेष आवश्यकता होती है़ मासिक धर्मचक्र के दौरान शरीर से आयरन की मात्रा कम होती जाती है, जो महिलाओं में आयरन की कमी का एक बहुत बड़ा कारण बनता है़ आयरन की कमी, महिलाओं में थकान और कमज़ोर इम्युनिटी का भी एक प्रमुख कारण है़ 14 से 18 साल की उम्र की महिलाओं को हर दिन कम से कम 15 एमजी आयरन का सेवन करना चाहिए़ मांसाहारी लोगों को आयरन चिकन, ट्यूना या अन्य स्रोतों से मिल सकता है, जबकि शाकाहारियों के लिए सेम और दूसरी फली वाली सब्ज़ियां, दालें और पालक और दूसरी हरी सब्ज़ियों से आयरन मिल सकता है़
विटामिन बी12 और फ़ॉलिक एसिड
गर्भवती महिलाओं के लिए ये पोषक तत्व बेहद ज़रूरी होते है़ एक गर्भवती महिला के लिए विटामिन बी12 का सेवन औसतन 400-800 माइक्रोग्राम रोज़ाना होना चाहिए़ बी12 की कमी अधिकतर शाकाहारियों में पाई जाती है, इसलिए उन्हें आमतौर पर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है़ पालक सहित अन्य पत्तेदार सब्ज़ियों में फ़ॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है़
ओमेगा3
यह बेहद आवश्यक फ़ैटी एसिड है, जो मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के समग्र कार्य के लिए आवश्यक होता है़ ओमेगा3 सबसे अधिक मछली में पाया जाता है़ जो लोग शाकाहारी हैं, उनके लिए सूरजमुखी, कद्दू और अलसी के बीज कारगर साबित होते है़ं
वृद्धावस्था के दौरान महिलाओं के लिए पोषण
50 साल की उम्र के बाद, एक महिला के शरीर में कैल्शियम की मात्रा आमतौर पर कम हो जाती है, जिस कारण कैल्शियमयुक्त खानपान ज़रूरी हो जाता है़ पचास वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को 12 एमजी कैल्शियम और 600 आईयू विटामिन डी प्रतिदिन लेने की सलाह दी जाती है़ जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है बी12 का स्तर कम होता जाता है, इसलिए बी12 से भरपूर खाद्यपदार्थों को भी खानपान में शामिल करना ज़रूरी होता है़