नए कपड़े पहनने से पहले इस बात का रखें खास ख्याल, हो सकते है स्किन इंफेक्शन का सीकार
नए कपड़े खरीदना और उन्हें तुरंत पहनने की आदत बन सकती हैं खुजली रैशेज जैसे और कई दूसरे इंफेक्शन्स की भी वजह तो इससे बचने के लिए जब कभी भी कपड़ों की शॉपिंग करें कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखें।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शॉपिंग, नो डाइट एक अलग ही खुशी देती है लेकिन इस खुशी और एक्साइटमेंट के चक्कर में हम एक बहुत जरूरी बात नजरअंदाज कर जाते हैं और वो है इंफेक्शन का। कपड़ों को पहनने के बाद तो धोना ही है लेकिन नए कपड़ों को भी हमेशा धोकर ही पहनना है ये बात भी गांठ बांध लें। और ये बात सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी करना है। तो इन लापरवाहियों की वजह से क्या परेशानियां हो सकती हैं जान लें जरा इसके बारे में।
ट्रायल बन सकता है परेशानी
कपड़े को खरीदना है या नहीं ये तो उसके ट्रायल के बाद ही डिसाइड हो पाता है। लेकिन जैसे आप कपड़ों का ट्रायल कर रहे हैं वैसे ही आपसे पहले भी न जाने कितने ही लोगों ने ट्राय किया होगा। तो अलग-अलग लोगों के पसीने या दूसरे इंफेक्शन कपड़ों के जरिए एक से दूसरे तक फैल सकते हैं।
केमिकल बन सकती है परेशानी
कपड़े बनाने में कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। फिर चाहे वो जींस हो या फिर टाई एंड डाई वाले आउटफिट्स। ऐसे में अगर आप इन आउटफिट्स को बिना धोए पहनने की गलती करते हैं तो स्किन रैशेज, खुजली, दाने जैसी समस्याओं को होना लाजमी है।
स्ट्रीट शॉपिंग बन सकती है परेशानी
स्ट्रीट शॉपिंग में अच्छी डील मिलते ही आप मनचाही शॉपिंग कर लेती हैं लेकिन जरा गौर करें...रास्ते पर लगे कपड़े दिनभर धूप, मिट्टी फांकते रहते हैं तो इन्हें क्या घर लाकर ऐसे ही पहन लेना सही होगा? नहीं ना, तो इस बात को अवॉयड न करें।
टिप्स
- इस समय तो खासतौर से नए कपड़ों को धोकर ही पहनें क्योंकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है।
- कुछ घंटे गुनगुने पानी में भिगोकर रखें फिर साफ पानी से धो लें।
- रंग छोड़ने वाले कपड़ों को ठंडे पानी में ही भिगोएं।
- अपनी साइज़ वाले कपड़े ही चुनें जिससे ट्रायल के झंझट से बचा जा सके।