इस दिवाली बच्चों और बुजुर्गों का ऐसा रखें ख्याल
दिवाली का त्योहार है और प्रदूषण का स्तर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। दिवाली पर बढ़ते प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दिवाली का त्योहार है और प्रदूषण का स्तर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। दिवाली पर बढ़ते प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ता है। दिवाली पर होने वाला प्रदूषण सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। हवा में बारूद का जहर घुलता है। हर साल पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का खामियाजा दिल्ली और आस-पास के राज्यों को भुगतना पड़ता है। इस साल भी प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने पटाखों की बिक्री और उसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। अगर सरकार पटाखों पर प्रतिबंध नहीं लगाती तो दिल्ली और आस-पास सटे राज्यों के लोगों का सांस लेना दूभर हो जाता।
प्रदूषण बढ़ने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को खांसी, जुकाम, सिरदर्द, गले में खराश ,आंखों में जलन और पानी बहना जैसी समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा अस्थमा के मरीजों के लिए पॉल्यूशन बेहद खतरनाक है।
बढ़ती सर्दी और पॉल्यूशन ने सांसों को हल्कान कर दिया है ऐसे में आप चाहते हैं कि दिवाली पर घर के बच्चे और बुजुर्ग ठीक रहे तो घर में कुछ सावधानियां बरतें ताकि घर की अबोहवा साफ रहे और घर के बच्चे और बुजुर्ग तंदुरुस्त रहें। आइए जानते है दिवाली के मौके पर बच्चों और बुजुर्गों की कैसे पॉल्यूशन से हिफाजत करें।
दिवाली का दिन है तो पूजा-पाठ होना लाजमी है। आप पूजा के लिए देसी घी का ही दीपक इस्तेमाल करें ताकि प्रदूषण आपके बुजुर्ग और बच्चों का जीना मुहाल नहीं कर सके।
पूजा के दौरान धूपबत्ती, अगरबत्ती का इस्तेमाल नहीं करें। इनसे निकलने वाला धुआं सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकता है, और इससे घर के अंदर वायु प्रदूषण बढ़ता है।
दिवाली का दिन है तो घर में लोगों का आना-जाना रहेगा इसलिए घर की हवा को साफ और महौल को स्वच्छ बनाएं। घर में किसी तरह के परफ्यूम, एयर फ्रेशनर या मच्छर मारने की दवाओं का उपयोग ना करें। क्योंकि इनके उपयोग के बाद घर को बंद रखने से आपको और आपके परिवार को श्वांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके इस्तेमाल से आंखों में जलन और सिर में भारीपन भी हो सकता है।
प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं से अपने बच्चों और बुजुर्गों को बचाने के लिए विटमिन-सी का उपयोग करें। आप डाइट में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे नींबू, पालक, केल, संतरा और सरसों का साग इस्तेमाल करें। दिन के समय एक गिलास संतरे का जूस शरीर पर प्रदूषण का असर कम करेगा।
ब्राइट कलर्स की सब्जियां जैसे लाल-पीली-हरी शिमला मिर्च में ऐंटिऑक्सीडेंट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है। आप सब्जी, सलाद या अन्य स्नैक्स के साथ इसका सेवन कर सकते हैं।
आंखों की जलन और सिर दर्द से बचने के उपाय
पलूशन के कारण आंखों में जलन और सिर में भारीपन की समस्या हो सकती है तो आप आंखों को ताजे पानी से बार-बार वॉश करें। आंखों में रोज वॉटर आई ड्रॉप्स, लूब्रिकेंट आई ड्रॉप्स का उपयोग कर सकते हैं।
सिर के भारीपन को दूर करने के लिए आप ग्रीन-टी का उपयोग कर सकते हैं। गर्म पानी पी सकते हैं। या फिर विक्स की भाप ले सकते हैं। स्टीम लेने से सिर का भारीपन भी दूर होता है और पूरे श्वसनतंत्र की सफाई हो जाती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है और सिर का भारीपन दूर हो जाता है।
दिवाली का दिन है और आप पॉल्यूशन से बचना चाहते हैं तो अपने घर के खिड़की और दरवाजे ज्यादा से ज्यादा समय बंद ही रखें। ताकि बाहर का प्रदूषण हवा के माध्यम से आपके घर के अंदर प्रवेश नहीं कर सके।
कोशिश करें कि घर के उन कमरों में एयर प्यूरिफायर लगवाएं, जिनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल आपके बच्चे और बुजुर्ग करते हैं। एयर प्यूरिफायर से आपके घर के अंदर की हवा साफ रहेगी।