हेल्थ : नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिसीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जिसकी वजह से लिवर में फैट्स जमा होने लगते हैं। जैसा कि नाम से जाहिर है यह स्थिति शराब के सेवन से नहीं जुड़ी है। भारतीय डाटा की मानें तो हर तीन में एक व्यक्ति यहां फैटी लिवर बीमारी से पीड़ित है। लोगों की लाइफस्टाइल और खान-पान जिस तरह से बिगड़ता जा रहा है, उससे लगता है कि यह आंकड़ा भी बढ़ता जाएगा।
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि मेटाबॉलिक डीरेंजमेंट की वजह से फैटी लिवर के कुछ मरीजों के चेहरे पर बदलाव देखे जा सकते हैं। आंखों के नीचे सूजन, डार्क सर्कल्स, आखों के नीचे और मुंह के कोनों पर झुर्रियां, आंखों का रंग पीला पड़ना फैटी लिवर की निशानी है।