खुजली की समस्या उठते ही बंद कर दें ये आहार, बढ़ सकती हैं परेशानी
बढ़ सकती हैं परेशानी
त्वचा से संबंधित रोगो को चर्म रोग कहा जाता है। संक्रमण, एलर्जी, कैमिकल, कमजोर इम्यून सिस्टम के वजह से त्वचा संबंधी परेशानियां हो सकती है। अगर बिना किसी वजह के शरीर में खुजली हो रही है तो इसका कारण स्किन एलर्जी है जिसका कारण आपका आहार भी हो सकता हैं। अगर आपको स्किन डिसीज, रैशेज, जलन या सूजन की शिकायत हो तो आपको अपनी स्किन का ध्यान रखने के साथ ही कुछ आहार को भी नजरअंदाज कर देना चाहिए। जी हां, कुछ आहार ऐसे होते हैं जिनमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स खुजली को भी बढ़ा सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसे ही आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें खुजली की समस्या उठते ही बंद कर देने में आपकी भलाई हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
अंडा
अगर आपको खुजली की समस्या है तो अंडे का सेवन न करें, अंडे से खुजली की समस्या और बढ़ सकती है। कई बच्चों को अंडे से एलर्जी होती है खासकर अगर खुजली या स्किन रैशेज हों तो अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए। शरीर की इम्यूनिटी, अंडे में पाए जाने वाले प्रोटीन के साथ रिएक्ट कर सकती है। अंडे का सेवन करने पर आपको सांस लेने में तकलीफ, सूजन, इंडाइजेशन की समस्या हो सकती है।
मूंगफली
मूंगफली या मूंगफली का तेल खुजली की परेशानी बढ़ा सकता है। खुजली या एलर्जी के दौरान मूंगफली के सेवन से स्किन में सूजन आ सकती है। जलन की परेशानी भी होने लगती है। खुजली की तकलीफ होने पर मूंगफली नहीं खाना चाहिए।
मसालेदार-जंक फूड
अगर किसी व्यक्ति को स्किन से जुड़ी समस्या है तो उस व्यक्ति को ज्यादा मसालेदार और जंक फूड्स का सेवन करने से बचना चाहिए। दरअसल मसालेदार और जंक फूड्सखाने से आपके शरीर को उन्हें पचाने में बहुत ज्यादा वक्त लगता है, जिसकी वजह से आपका मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम नहीं करता है। यही वजह है कि आपके चेहरे पर मुहांसे आ जाते हैं।
तिल
तिल एलर्जी का कारण बनता है। खुजली में तिल के सेवन से बचना चाहिए। बाजार में आने वाली कई चीजों में तिल का इस्तेमाल किया जाता है, हालांकि इनमें कम मात्रा में तिल मौजूद होता है लेकिन इन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
डेयरी प्रोडक्ट्स
आयुर्वेद के अनुसार त्वचा संबंधित रोग के मरीजों को दूध, दही, बटर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन नहीं करना चाहिए। इनके पचान में अधिक समय लगता है। जिसका असर स्किन पर कई तरह से दिखने लगता है।
काजू
आपको ट्रीनट्स का सेवन भी अवॉइड करना चाहिए। आपको खुजली की समस्या है तो आपको काजू, बादाम, अखरोट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए और न ही इनसे बनने वाले तेल, बटर, आटे या दूध का सेवन करना चाहिए। जिन लोगों को मूंगफली से एलर्जी होती है उन्हें ट्रीनट्स से भी एलर्जी होती है।
खट्टी चीजें
आयुर्वेद की मानें तो खट्टे फलों व सब्जियों सहित फूड्स का सेवन शरीर में पित्त दोष को बढ़ाने का काम करता है। जब शरीर में पित्त मात्रा बढ़ जाती है तो हमारा खून दूषित होने लगता है, जिसकी वजह से स्किन संबंधित परेशानियां शुरू हो जाती हैं। इसलिए खट्टे फलों व फूड्स का सेवन कम से कम करने की जरूरत है।
गुड़
आयुर्वेद के अनुसार चर्म रोग के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन भी खराबी कर सकता है। गुड़ शरीर में गर्मी पैदा करता है। इसकी अधिकता भी खट्टे खाद्य पदार्थों की तरह ही खून को अशुद्ध करने का काम करती है।
मछली
अगर आपको खुजली की समस्या है तो मछली का सेवन भी अवॉइड करें, कई लोगों को मछली का सेवन करने से खुजली की समस्या बढ़ जाती है और जी मिचलाना, डायरिया, सिर में दर्द या नाक बहने की समस्या हो सकती है इसलिए आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को एक्जिमा की बीमारी होती है उन्हें मछली का सेवन करने से परेशानी होती है। अगर आपको खुजली है तो आपको किसी भी प्रकार की मछली का सेवन नहीं करना चाहिए।
सोयाबीन
सोयाबीन की वजह से कई लोगों को एलर्जी होती है। कुछ लोगों के शरीर को सोयाबीन सूट नहीं करता है। इसलिए खुजली के दौरान सोयाबीन और सोयाबीन से बनी चीजें खाने से बचना चाहिए।