आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में जब बच्चों को अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने से लेकर अच्छी नौकरी पाने का बहुत अधिक दबाव रहता है तो ऐसे में अभिभावक का परेशान होना लाजमी है। वहीं, दूसरी ओर स्मार्ट फोन से लेकर सोशल मीडिया तक ऐसी कई चीजें हैं, जो बच्चों के ध्यान भटकाने की वजह बन सकते हैं। इस वजह से अभिभावक और भी अधिक चिंतित होते हैं। अमूमन इस स्थिति में वे बच्चों की अच्छी प्रदर्शन के लिए उन पर दबाव बनाते हैं, उन्हें डांटते हैं या फिर बार-बार टोकते हैं। इतना ही नहीं, वे बच्चों को लगातार लंबे समय तक पढ़ाई करने, अपने गैजेट्स का इस्तेमाल ना करने या फिर खेलने के लिए बाहर जाने या अपने दोस्तों से मिलने से मना करते हैं। हो सकता है कि आप बतौर अभिभावक खुद को सही ठहराते हों, लेकिन वास्तव में इससे बच्चे पर बहुत अधिक नकारात्मक असर हो सकता है।