तुलसी के प्राकृतिक गुणों से करें माईग्रेन का दर्द दूर, जाने और उपचार
जाने और उपचार
माइग्रेन सिर दर्द का रोग है जो सिर के आधे हिस्से में होता इसलिए इस बीमारी को आधा सिर के दर्द से भी जानते है। माइग्रेन का दर्द कोई आम सिर दर्द नहीं, ये दर्द सिर के किसी भी एक भाग में बहुत तेज होता है जो इतना पीड़ा देने वाला होता है की मरीज ना तो चैन से सो पाता है और न ही आराम से बैठ पाता है। लेकिन चिंता की बात नहीं है क्योंकि माइग्रेन के लिए बहुत से घरेलू नुस्खे मौजूद हैं जो कि माइग्रेन से दर्द से राहत देने में कारगर हैं। आइए जानते हैं एसे ही घरेलू उत्पादों और उनके प्रभावों के बारे में-
अगर माइग्रेन हो तो सबसे पहले हल्के हाथों से मालिश करनी चाहिए। हाथों के स्पर्श से मिलने वाला आराम किसी दवा से ज्यादा असर करता है। सरदर्द होने पर कंधों और गर्दन की भी मालिश करनी चाहिए। इससे दर्द से राहत मिलती है।
तुलसी के प्राकृतिक गुणों को सभी जानते हैं लकिन आपको बता दें कि तुलसी माइग्रेन में भी बेहद प्रभावी है। तुलसी का तेल का इस्तेमाल माइग्रेन के दर्द में काफी आराम देता है। तुलसी का तेल मांसपेशियों को आराम देता है जिससे सिर का तनाव कम होता है और दर्द से राहत मिलती है।
घी और कपूर का इस्तेमाल करे। थोड़ा सा कपूर गाय के देसी घी में मिलाकर सिर पर हल्की हल्की मालिश करने पर सर दर्द से आराम मिलता है।
कई लोगों को तेज माइग्रेन के दर्द में कॉफी पीने से भी तुरंत राहत हो जाती है। कॉफी में मौजूद कैफीन माइग्रेन टिृगर की तरह काम करता है और एडेनोसाइन के प्रभाव को कम कर देता है। हालांकि बहुत ज्यादा कैफीनयुक्त पदार्थ भी सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं लेकिन एक कप कॉफी आपके स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है।
माइग्रेन में अरोमा थेरेपी सिरदर्द से राहत दिला सकती है। अरोमा थेरेपी में हर्बल तेलों का प्रयोग किया जाता है। इसमें हर्बल तेलों को एक तकनीक के माध्यपम से हवा में फैला दिया जाता है और उसके बाद भाप के जरिए तेलों को चेहरे पर डाला जाता है।
माइग्रेन के इलाज में कुछ लोगों को ठंडी चीज़ से आराम मिलता है और कुछ को गरम से। अगर आपको गरम से आराम मिलता है है तो गरम पानी प्रयोग करे और ठंडे से आराम मिलता है ठंडे पानी में तोलिये को भिगो कर कुछ देर दर्द वाले भाग पर रखे। कुछ देर में ही माइग्रेन से राहत मिलने लगेगी।