महिलाओं को अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं जिसमें से एक हैं पीरियड्स अर्थात मासिक धर्म। यह महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक प्रकिया है जिससे उन्हें हर महीने गुजरना पड़ता है। महीने के ये दिन हर औरत के लिए अलग होते हैं। कुछ महिलाओं को इन दिनों में तेज दर्द सहना पड़ता है तो कुछ के लिए ये सामान्य होता है। पीरियड्स के बारे में सही जानकारी ना होने के कारण इस दौरान महिलाएं कुछ गलतियां कर बैठती हैं जिसकी वजह से उन्हें कई ऐसी बीमारियों को झेलना पड़ता है जिससे वह खुद भी अनजान होती हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको पीरियड्स के दौरान ध्यान में रखी जाने वाली कुछ सावधानियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सीधा संबंध आपकी सेहत से जुड़ा होता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
गीलेपन को कम करें
पीरियड की वजह से आपका प्राइवेट पार्ट पहले से ही काफी गीला रहता है। उस पर बारिश की वजह से मौसम में भी नमी बनी रहती है। ऐसे में जब महिलायें टॉयलेट जाने के बाद या पानी का इस्तेमाल करने के बाद भी उस एरिया को सुखाती नहीं हैं, तो इससे गीलापन और भी ज्यादा बढ़ जाता है जो इंफेक्शन की वजह बन सकता है। इसलिए जब भी टॉयलेट जायें या पानी का इस्तेमाल करें तो उसके बाद पेपर नैपकिन यानी टिश्यू पेपर की मदद से पहले अपने प्राइवेट पार्ट को अच्छी तरह से सुखा लें फिर पैड का इस्तेमाल करें।
हर 6 घंटे में बदलना चाहिए पैड
हर 6 घंटे में पैड को बदलते रहना चाहिए। हालांकि, टैम्पोन को हर दो घंटे में बदलना जरूरी होता है। लेकिन जिन महिलाओं को रक्त का बहाव ज्यादा होता है उन्हें पैड को बार-बार बदलना चाहिए। लेकिन जिन महिलाओं को रक्त का बहाव कम या सामान्य होता है उन्हें भी हर 6 घंटे में पैड को बदलते रहना चाहिए। जब रक्त का बहाव कम होता है तो पैड या टैम्पोन देखने में तो पूरी तरह साफ रहता है, फिर भी कीटाणुओं के संपर्क में आ जाता है। इसलिए पैड के साफ दिखने पर भी उसे समय पर बदलते रहना चाहिए।
खानपान का रखें ध्यान
अगर आप डाइटिंग कर रही हैं तो पीरियड्स के टाइम पर डाइटिंग करना बंद कर दें। क्योंकि पीरियड्स के दौरान आहार की कमी से आपको दिक्कत हो सकती है। जिसका असर आपके पीरियड्स पर पड़ता है। क्योंकि पीरियड्स का हमारे खान-पान पर काफी प्रभाव पड़ता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप पीरियड्स के दौरान पोष्टिक आहार ले रही हैं कि नही।
असुरक्षित संबंध
ऐसा भूलकर भी नहीं सोचना चाहिए कि पीरियड्स के दिनों में आप गर्भवती नहीं हो सकती हैं। इस दौरान भी गभर्वती होने की संभावना होती है। साथ ही संक्रमण से बचने के लिए भी इस दौरान संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए।
साबुन के इस्तेमाल से बचें
पीरियड के दौरान ज्यादातर महिलायें प्राइवेट पार्ट पर भी नार्मल सोप का ही इस्तेमाल करती हैं जो कि सही नहीं है। इससे नेचुरल पीएच लेवल बिगड़ सकता है जो सेहत के लिहाज से सही नहीं है। आज कल बाजार में कई सारे प्राइवेट पार्ट वॉश मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल आपको इस दौरान करना चाहिए।
न करें पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल
पीरियड्स के दिनों में पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल न करें तो बेहतर होगा। अगर आपको इस्तेमाल करना ही पड़ जाये तो पहले सेनेटाइजर या टॉयलेट स्प्रे का इस्तेमाल ज़रूर करें। साथ ही टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले फ्लश जरूर चला लें।
टैम्पोन का प्रयोग करते समय बरतें सावधानी
टैम्पोन का उपयोग करते समय ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि टैम्पोम ज्यादा समय तक अगर शरीर में रहा तो टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम या टीएसएस से परेशानी बढ़ सकती है। इससे बैक्टीरिया शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं, जिसके कारण गंभीर इंफेक्शन भी हो सकता है।
गर्म पानी से करें सफाई
पीरियड्स के दौरान रोज़ाना रात को सोने से पहले अपने प्राइवेट पार्ट को हल्के गर्म पानी से साफ ज़रूर करें। इसके बाद पेपर नैपकिन की मदद से उस हिस्से को अच्छी तरह सुखाने के बाद ही पैड का इस्तेमाल करें। इससे इंफेक्शन होने के चांस काफी कम हो जाते हैं।
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