Lifetyle.लाइफस्टाइल: बच्चों की जिंदगी में मां-बाप का दर्जा सबसे ऊपर होता है। जाहिर है जन्म के बाद से बच्चे की पहली परवरिश घर से ही शुरू होती है। ऐसे में, अगर उन्हें सही माहौल न मिले तो ये उनकी हेल्दी ग्रोथ में बड़ा रोड़ा बन सकता है। अक्सर जाने-अनजाने में माता-पिता बच्चों के सामने कुछ ऐसे काम कर देते हैं, जो उनके मानसिक और भावनात्मक विकास पर बुरा असर डाल सकते हैं। आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसी ही 5 चीजों के बारे में बताते हैं।
बच्चों के सामने माता-पिता भूलकर भी न करें ये 5 काम, टूटकर बिखर जाएगा मासूम का दिल
नासमझी में मां-बाप बच्चों के सामने अक्सर कुछ ऐसे काम (Parental Mistakes) कर देते हैं जिससे उनके मासूम दिल पर गहरा चोट पड़ती है। ऐसे में न सिर्फ धीरे-धीरे बच्चे आपसे दूर हो जाते हैं बल्कि उनकी मेंटल हेल्थ पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर ध्यान देकर बच्चों का बचपन बचाया जा सकता है।
1. लड़ाई-झगड़ा
माता-पिता के बीच का झगड़ा बच्चों के लिए बहुत ही परेशानी भरा हो सकता है। कोई बच्चा अपने मां-बाप को हर वक्त लड़ता-झगड़ता नहीं देखना चाहता है। इसके बजाय अगर आप अपने मनमुटाव को शांति से सुलझा लेते हैं, तो बच्चे भी विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करना ही सीखते हैं।
2. नेगेटिव बातें
माता-पिता के नेगेटिव शब्दों का बच्चों पर गहरा असर पड़ सकता है। अगर आप भी अपने बच्चे से हमेशा शिकायत करते रहते हैं या उसका हौसला तोड़ने वाली नेगेटिव बातें करते हैं, तो जान लें कि यह बच्चों के मन में भी नेगेटिविटी पैदा कर सकता है। इसके बजाय, माता-पिता को अपने बच्चों के साथ पॉजिटिव और मोटिवेशन से भरी बातें करनी चाहिए।
3. एक-दूसरे को नीचा दिखाना
माता-पिता के बीच होने वाला अपमानजनक व्यवहार यानी एक दूसरे को नीचा दिखाने की आदत भी बच्चों के दिल को तोड़कर रख देती है। अगर आपके घर को माहौल भी कुछ ऐसा ही रहता है, तो अपने दिमाग में एक बात अच्छे से बैठा लें, कि न ही वह मां के बारे में बुरी बातें सुनना चाहता है और न ही अपने पिता के बारे में अपशब्द सुनना उसे अच्छा लगता है।
4. झूठ बोलना
कहते हैं कि बच्चे मां-बाप को देखकर ही सीखते हैं। ऐसे में, अगर आप उनके सामने दूसरों से झूठ बोलते हैं या गलतफहमी भरी बातें करते हैं, तो ये बात पक्की है कि उसका मासूम दिल ये सभी बातें नोट रह रहा होता है और मौका पड़ने पर आपको फॉलो करने से वो बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाने वाला है।
5. फैमिली टाइम की बेकद्री
रिश्तों की मजबूती के लिए फैमिली टाइम बेहद जरूरी होता है। अगर आप इसे नजरअंदाज करके बच्चों के सामने फोन या लैपटॉप पर बिजी रहते हैं, तो भविष्य में आपको भी इस बात के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि आपने उनके साथ उनका बचपन एन्जॉय नहीं किया और अपनी खुशी को फैमिली से ऊपर रखा।