सेहतमंद और घने बालों के लिए अपने बालों और स्कैल्प की तेल से मसाज करने का राज़ भारतीय महिलाओं को पुराने समय से पता है. नियमित ऑयल मसाज से स्कैल्प और बालों को ढेरों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष फ़ायदे होते हैं, जैसे-रक्तसंचार में वृद्धि, गहराई से पोषण, सुकून का एहसास, तनाव में कमी आदि.
आइए, तेल मसाज के फ़ायदों के बारे में जानते हैं और साथ ही यह भी कि आपके बालों की ग्रोथ के लिए तथा उन्हें सेहतमंद बनाए रखने के लिए कौन-से तेल बेहतर होंगे और स्कैल्प की मसाज करने का सही तरीक़ा भी सीखते हैं!
ऑयल मसाज के फ़ायदे
बालों की वृद्धि प्रोत्साहित होती है
हमारे बाल प्रोटीन से बने हैं. अच्छी ग्रोथ के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स और पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. हेयर ऑयल पूरक का काम करते हैं, वे आपके बालों को ज़रूरी पोषण प्रदान करते हैं. अपने स्कैल्प की ऑयल से मसाज करने पर पोर्स खुल जाते हैं, जिससे तेल स्कैल्प में अच्छे से समा जाता है. नियमित ऑयल मसाज से केमिकल तथा दूसरे हेयर ट्रीटमेंट से बालों को हुए नुक़सान की भरपाई हो जाती है, रक्त का संचार बढ़ता है, जड़ें मज़बूत होती हैं और बालों की ग्रोथ प्रोत्साहित होती है. इंदुलेखा भृंगा ऑयल न केवल बालों का झड़ना कम करता है, बल्कि बालों को बचाता है और नए बालों की ग्रोथ में मदद करता है.
बाल मज़बूत बनते हैं
निस्तेज, सपाट, एकदम से रूखे या ज़रूरत से अधिक तैलीय, दोमुंहापन, बालों का टूटना ये सभी इस बात का संकेत देते हैं कि बालों की जड़ें कमज़ोर हो गई हैं. बालों की जड़ों के कमज़ोर होने के प्रमुख कारण हैं-ख़राब डायट, स्टाइलिंग टूल्स से गर्म करना, कुछ हेयर प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना आदि. जबकि रोज़ाना 100 से 150 बालों का टूटना सामान्य है, पर यदि आपके बाल इससे भी ज़्यादा टूटते हैं तब नियमित रूप से ऑयल मसाज करके आपको अच्छा नतीजा मिल सकता है. तेल से समाज करने पर स्कैल्प में रक्त का प्रवाह बढ़ता है, जिससे जड़ों तक पोषक तत्व पहुंचने में मदद मिलती है. इसके अलावा तेल स्कैल्प के पोर्स को खोल देता है, जिससे जड़ों की सेहत सुधरती है और बालों की अच्छी वृद्धि होती है.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
बालों के शाफ़्ट सुरक्षित होते हैं
बाल प्राकृतिक रूप से पानी को दूर रखते हैं. ऐसा स्कैल्प पर निर्मित होनेवाले प्राकृतिक ऑयल के चलते होता है. हालांकि यह प्राकृतिक तेल बालों को मॉइस्चराइज़्ड और पोषित रखता है, पर मौसम में आनेवाले बदलाव, हेयर प्रॉडक्ट्स के केमिकल, हीट टूल्स, प्रदूषण, क्लोरीन की अधिकता वाला पानी और तमाम दूसरे कारकों के चलते बालों की सेहत बिगड़ती है और वे रूखे, सूखे और नाज़ुक बन जाते हैं. रूखे और बेजान से दिखनेवाले बाल आमतौर पर पोरस (छिद्रयुक्त) होते हैं, क्योंकि उनका बाहरी सुरक्षा आवरण क्षतिग्रस्त हो चुका होता है. नमी या बालों को धोने से पानी शाफ़्ट में चला जाता है और बालों को फूला देता है. चूंकि बालों का बाहरी आवरण, जिसे क्यूटिकल कहते हैं, का विस्तार आंतरिक लेयर की तरह नहीं हो सकता है, यह आगे की ओर से कर्ली हो जाता है, जिससे शाफ़्ट का टेक्स्चर एक समान होने के बजाय असमान हो जाता है और बालों की स्मूदनेस ख़त्म हो जाती है. वहीं जब आप बालों की नियमित रूप से ऑयल मसाज करते हैं, पानी उनके अंदर नहीं जा पाता है, जिससे आपके बालों को पानी से होनेवाला संभावित नुक़सान नहीं होता.
बालों की चमक बढ़ती है
सेहतमंद बालों की एक सबसे बड़ी पहचान होती है, उनकी चमक बड़ी आकर्षक होती है. हेयर ऑयल बालों की इस चमक को बढ़ाने का काम करते हैं. वे बालों के शाफ़्ट को हायड्रोफ़ोबिक (शाफ़्ट पर पानी टिकने नहीं देते) बना देते हैं, जिससे बाहरी क्यूटिकल्स फूलते नहीं और उनका टेक्स्चर भी ख़राब नहीं होता. स्मूद और चमकीले क्यूटिकल्स बालों को सेहतमंद बनाते हैं और उनमें नई दमक लाते हैं. गर्मी के चलते बाल कमज़ोर और दोमुंहे हो जाते हैं. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने पर दोमुंहे बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है, बालों का अंदर से पोषण होता है और बाल चमकदार और शानदार बनते हैं.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
इन्फ़ेक्शन से बचाव होता है
जब स्कैल्प की त्वचा के पोर्स में गंदगी जम जाती है तब छोटी-मोटी समस्याओं से लेकर बड़ी समस्याएं तक परेशान कर सकती हैं, जैसे-इरिटेशन, बैक्टीरियल या फ़ंगल इन्फ़ेक्शन. इन्फ़ेक्शन्स से आगे चलकर डैंड्रफ़ की समस्या पैदा हो सकती है. इतना ही नहीं लीक की ग्रोथ के लिए मुफ़ीद माहौल तैयार होता है, जिससे अंतत: बाल झड़ते हैं. यह याद रखें कि आपके स्कैल्प पर बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. जब आप शहद जैसे ऐंटी-बैक्टीरियल इन्ग्रीडिएंट्स की मौजूदगी वाले ऑयल से नियमित मसाज करती हैं, आपके स्कैल्प को न केवल पोषण मिलता है, बल्कि इन्फ़ेक्शन्स भी दूर होते है. यदि आपको अपने स्कैल्प पर किसी जगह हाथ लगाने पर दर्द होता हो या कहीं लाल चकत्ते बन रहे हों तो अपने डर्मैटोलॉजिस्ट के पास जाने में देर न करें.
डैंड्रफ़ से छुटकारा मिलता है
डैंड्रफ़ यानी रूसी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है. जब सिर में रूसी हो, तभी मौसम में बदलाव आए या प्रदूषण बढ़ जाए तब मामला और ख़राब हो जाता है. स्कैल्प के रूखेपन के चलते रूसी होती है. रूसी से सिर में खुजली होना, जड़ों को नुक़सान पहुंचना, बालों का टूटना, झड़ना जैसी समस्याएं होती हैं. इतना ही नहीं रूसी लीक की वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल बनाती है. रूसी मुख्य रूप से त्वचा की मृत कोशिका होती है. जिन लोगों का स्कैल्प रूखा सूखा होता है, उन्हें डैंड्रफ़ की समस्या ज़्यादा होती है. जब त्वचा पर मौजूद सिबेशियस ग्लैंड्स से प्राकृतिक तेल का निर्माण कम हो जाता है, या बंद हो जाता है, तब त्वचा ड्राय हो जाती है. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने से न केवल स्कैल्प पोषित रहेगा, बल्कि ऑयल ग्लैंड्स को पर्याप्त मात्रा में ऑयल्स पैदा करने में मदद मिलेगी. यह बात याद रहे कि ज़रूरत से ज़्यादा ऑयल का प्रोडक्शन भी पोर्स को अवरुद्ध करके बालों की वृद्धि को रोक देता है. तो ऑयल मसाज करने के बाद बालों को सौम्य शैम्पू से धोएं, ताकि ऑयल का संतुलन बना रहे.
बालों का सफ़ेद होना रुकता है
इन दिनों युवाओं और वयस्कों में समय से पहले बालों का सफ़ेद होना एक आम समस्या बन चुकी है. ऐसा भोजन में विटामिन और प्रोटीन की कमी के चलते होता है. इसके अलावा भी बालों के असमय सफ़ेद होने के कई कारण होते हैं, उनमें से एक है आनुवांशिक कारण. जैसे मेलैनिन के चलते हमारी त्वचा का रंग निश्चित होता है, उसी तरह यह हमारे बालों के रंग के लिए भी ज़िम्मेदार है. मेलैनिन की जितनी अधिक मात्रा होगी, बालों का रंग उतना गहरा होगा. मेलैनिन की कमी बालों को सफ़ेद बनाती है. नियमित रूप से ऑयल मसाज करने से बालों का प्राकृतिक रंग बरकरार रहता है. चूंकि तेल बालों के इर्द-गिर्द सुरक्षा घेरा जैसा बना लेता है, बालों की प्रदूषण और बालों का रंग हल्का करनेवाली अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से रक्षा होती है.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
तन और मन को शांति मिलती है
स्कैल्प को हल्के गर्म यानी कुनकुने तेल से मसाज करने पर रक्तवाहनियां और नर्व्स रिलैक्स होते हैं. रक्त का संचार बढ़ता है. ऑयल मसाज से तन और मन को शांति मिलती है, तनाव भागता है और मूड बेहतर होता है. चूंकि स्ट्रेस के चलते बाल झड़ते हैं, यदि आप नियमित ऑयल मसाज करेंगी तो बालों की ग्रोथ प्रोत्साहित होगी. कई शोध यह भी कहते हैं कि इससे आंखों की रौशनी भी बढ़ती है!
बालों के लिए बेहतरीन तेल
ऑयल मसाज के फ़ायदे
नारियल तेल
नारियल तेल प्राकृतिक रूप से ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-फ़ंगल होता है और स्कैल्प को राहत पहुंचाता है. शोध कहते हैं कि वर्जिन कोकोनट ऑयल ऐंटी-इन्फ़्लैमेट्री (सूजन को दूर करनेवाला) है, इसलिए यह बालों का झड़ना रोकता है, क्योंकि यह पाया गया है कि इन्फ़्लैमेशन के चलते बाल झड़ते हैं. यह मॉइस्चराइज़र का काम करता है और बालों की चमक-दमक बढ़ाने का काम करता है.
बादाम तेल
यह हल्का, नॉन-स्टिकी तेल विटामिन ई की ख़ूबियों से भरा हुआ है, जिसके चलते बालों को पोषित करता है, उनकी नमी बनाए रखता है, उन्हें मज़बूत और दमकता हुआ बनाता है. बादाम तेल स्कैल्प को पोषित करता है और डैंड्रफ़ कम करता है. इंदुलेखा भृंगा ऑयल में बादाम और नारियल तेल कैरियर ऑयल का काम करते हैं. इसके अलावा इसमें कई आयुर्वेदिक हर्ब्स के गुण भी हैं, जिससे बालों की ग्रोथ में मदद मिलती है.
ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल या जैतून का तेल त्वचा पर लगाने के लिए और बिना गर्म किए इस्तेमाल करने के लिए अद्भुत है. इसमें ज़रूरी फ़ैटी एसिड्स होते हैं, जो स्कैल्प को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं, बालों की जड़ों को पोषित करते हैं और बालों की वृद्धि बढ़ाते हैं. इस तेल में मौजूद ऑलेइक एसिड बालों के शाफ़्ट में जाकर नमी को लॉक कर देता है.
कैस्टर ऑयल
कैस्टर ऑयल यानी एरंडी का तेल बालों के लिए चमत्काररी है और एक लोकप्रिय कॉस्मैटिक ऑयल है. जिन लोगों को बाल झड़ने की समस्या हो, या जिनके शरीर में प्रोस्टोग्लैंडिन यानी पीजीडी2 हार्मोन ज़रूरत से ज़्यादा हो, उनके लिए कैस्टर ऑयल बेहतरीन है. कई शोधों में यह पाया गया है कि पीजीडी2 हार्मोन कैस्टर ऑयल में पाए जानेवाले एक घटक के चलते कम हो जाता है. यह तेल बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है और उनका झड़ना कम करता है.
ऑयल मसाज के फ़ायदे
तिल का तेल
तिल के तेल का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने में बेस ऑयल के रूप में किया जाता है. तिल का तेल बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है और स्कैल्प के इन्फ़ेक्शन्स को दूर करता है. इसका सबसे अच्छा इस्तेमाल बालों की देखभाल के लिए हॉट ऑयल ट्रीटमेंट के दौरान किया जाता है. यह स्कैल्प को पोषित करता है और डैंड्रफ़ भगाता है.
आर्गन ऑयल
ऑर्गन पेड़ की गुठली से बननेवाला यह तेल ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स, टोकोफ़ेरॉल्स और पॉलिफ़िनोल्स जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है. यह स्कैल्प के इन्फ़्लैमेशन को कम करता है और त्वचा को तरोताज़ा करता है.
जोजोबा ऑयल
ब्यूटी ट्रीटमेंट्स और कॉस्मेटिक्स में इस्तेमाल के लिए जाना जानेवाला जोजोबा ऑयल स्कैल्प पर जमा गंदगी को साफ़ करने में मदद करता है. इससे हेयर फ़ॉलिक्स की राह में आनेवाली रुकावट दूर होती है और बालों की वृद्धि होती है. यह तेल बालों को मॉइस्चराइज़ करता है और उनको होनेवाली बाहरी क्षति को रोकता है. जोजोबा ऑयल की सबसे अच्छी बात यह है कि यह हाइपोएलर्जेनिक है, जिसके कारण आपको बालों तथा स्कैल्प को किसी भी तरह का नुक़सान नहीं पहुंचाता.
बालों में तेल लगाने का सबसे अच्छा तरीक़ा
ऑयल मसाज के फ़ायदे
शैम्पू से पहले
भारतीय महिलाएं यह तरीक़ा प्राचीन काल से अपना रही हैं. शैम्पू करने से पहले तेल लगाने से बाल हायड्रोफ़ोबिक हो जाता है, जिससे बालों के क्यूटिकल्स को किसी भी तरह का नुक़सान नहीं पहुंचाता.
रातभर तेल लगाकर रखनेवाला ट्रीटमेंट
यदि आपके बाल बेहद रूखे, सूखे और कमज़ोर हैं तो बालों में रातभर तेल लगाकर रखनेवाला ट्रीटमेंट का तरीक़ा आपके लिए काम कर सकता है. स्कैल्प में तेज़ी से समा जानेवाला कोई तेल चुनें और उससे अपने सिर की मसाज करें. तेल को पूरे सिर पर समान रूप से लगाएं. अपने बालों के टाइप के अनुसार एसेंशियल और कैरियर ऑयल चुनें! सोने से पहले सिर पर शॉवर कैप लगा लें. तकिए पर दाग़ न पड़े, इसके लिए आप कोई पुराना तौलिया या पिलो केस या पिलो शीट बिछा दें. अगली सुबह बालों को सौम्य शैम्पू से धो लें.
कुनकुने तेल की मसाज
कुनकुने तेल से मसाज करना ठंडे तेल से की जानेवाली मसाज के तुलना में कई गुना अधिक प्रभावी है, क्योंकि गर्म तेल रक्त संचार और हेयर फ़ॉलिकल्स में पोषक तत्वों की आपूर्ति को भी बढ़ाता है. बाल भी गर्म तेल को बेहतर ढंग से अवशोषित करते हैं. हां, इस बात का ध्यान रखें कि तेल बहुत ज़्यादा गर्म न हो जाए, नहीं तो आपकी त्वचा को जला देगा. अत: तेल को उतना ही गर्म करें, जितनी गर्मी आपकी त्वचा सहन कर सके. तेल को ओवरहीट करने से उसके पोषक तत्व भर नष्ट हो सकते हैं.
* बालों को पानी से गीला करें और बालों तथा स्कैल्प दोनों पर ही तेल लगाएं. इसे जितना समय तक चाहें लगा रहने दें. फिर सौम्य शैम्पू से धो लें.
* क्यूटिकल्स तुरंत तेल को सोख लेते हैं. यदि आप बाल धोने के बाद तेल लगा रही हैं तो जड़ों पर तेल लगाने से बचें, क्योंकि इससे आपके बाल चिपके-चिपके से लगेंगे.
* यदि आपके पास समय कम हो तो तेल की कुछ बूंदों को अपने स्केल कंडिशनर के साथ मिलाकर बालों पर हल्के हाथों से मसाज करें.
* एक बाउल में पानी भरें, उसमें एक टेबलस्पून हेयर ऑयल डालें. उसमें अपने बाल डालकर लगभग 15 से 20 मिनट तक भीगा रहने दें. उसके बाद बालों को तौलिए से बांध लें, उसे एक घंटे तक रहने दें. फिर अपने बालों को सौम्य शैम्पू से धोएं.
* एक स्प्रे बॉटल में पानी भरें और फिर उसमें हेयर ऑयल की कुछ बूंदें डालें. उसे अच्छे से हिलाएं और गीले बालों पर स्प्रे करें. ऐसा करने से बाल पोषित होते हैं और हीट स्टाइलिंग प्रोसिजर और टूल्स होनेवाली क्षति को रोका जा सकता है.
* सूखे बालों और स्कैल्प पर तेल लगाए. एक तौलिया को गर्म पानी में डुबाकर निचोड़ें. फिर उसे सिर पर बांध लें. इससे तेल की हीलिंग क्षमता बढ़ जाती है.
क्या करें, क्या न करें
* जब बालों को तेल लगा रही हों तो पूरा का पूरा तेल सिर पर एक साथ न डाल लें. बजाय इसके अपनी उंगलियों को तेल में डुबोएं, फिर उंगलियों से बालों का पीर्टिशन करते हुए धीरे-धीरे स्कैल्प पर तेल लगाएं. इंदुलेखा भृंगा ऑयल के साथ में एक सेल्फ़ी कोम आती है. यह अनूठी कंघी स्कैल्प तक तेल पहुंचाने में मदद करती है.
* ऐसा भी हो सकता है मसाज करने के ग़लत तरीक़े के चलते भी आपके बाल झड़ रहे हों. यदि आप हथेलियों पर तेल लगाकर उन्हें बालों पर रगड़ते हैं तो आपके बाल टूटते हैं. अपने स्कैल्प की मसाज उंगलियों के पोरों से करें, वह भी 10 से 15 मिनट तक, ताकि रक्त का संचार बढ़ सके. अपने बालों को खींचने से भी बचें.
* जब आप अपने स्कैल्प की मसाज कर रही हों तो इस एक नियम का ज़रूर पालन करें. वह नियम है मसाज के लिए नाख़ूनों का इस्तेमाल नहीं करना. मसाज करने की दो तकनीक होती हैं, पहली-एफ़ल्युरेज (मालिश करते समय थपथपाना) और दूसरी-पेट्रिसेज (उस जगह पर प्रेशर डालना). एफ़ल्युरेज में हाथों को सर्कुलर मोशन में काम लाना होता है, वहीं पेट्रिसेज में स्कैल्प को गूंधने जैसा करना होता है. ज़्यदातर लोगों को पहली तकनीक की सलाह दी जाती है. यह काफ़ी फ़ायदेमंद है.
* स्कैल्प पर तेल थपथपाने के लिए कॉटन के कपड़े का इस्तेमाल करें-यह आपकी उंगलियों की तुलना में अधिक सौम्य होता है.
* ज़रूरत से अधिक हेयर ऑयल लगाने से बालों का कोई एक्स्ट्रा फ़ायदा नहीं होता. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको बाल धोने के लिए ज़्यादा शैम्पू का इस्तेमाल करना हो. तो याद रखें, हमेशा पर्याप्त मात्रा में ही तेल का इस्तेमाल करें, बालों और स्कैल्प से तेल की नदिया बहाने से कोई फ़ायदा नहीं होता.
* बालों की मसाज करते से पहले उनकी उलझी हुई लटें सुलझा लें, वर्ना लटें और उलझेंगी तथा बाल और ज़्यादा टूटेंगे.
* यह ध्यान में रखें कि जब आप सिर की मसाज करती हैं, तब बालों की जड़ें लूज़ होती हैं. यदि आपने मसाज के बाद बालों को कसकर बांधा तो बाल आसानी से टूटेंगे.
* पूरा फ़ायदा पाने के लिए आपको अपने बालों की नियमित मसाज करने की ज़रूरत होगी, पर ज़रूरत से ज़्यादा मसाज से भी बालों को नुक़सान पहुंच सकता है. इसलिए हफ़्ते में दो बार से ज़्यादा बार मसाज न करें. याद रखें, बार-बार शैम्पू करने से स्कैल्प का प्राकृतिक ऑयल कम हो जाता है, त्वचा और बालों को भी नुक़सान पहुंचता है.
* अपने बालों व स्कैल्प के लिए ऐसा कैरियर और एसेंशियल ऑयल्स चुनें, जो आपके बालों के टाइप तथा उनकी समस्या के अनुरूप हो. उदाहरण के लिए बादाम तेल स्कैल्प के पोषण तथा डैंड्रफ़ की समस्या के लिए बेहतरीन है, वहीं रूखे उलझे बालों के लिए आर्गन ऑयल सही रहता है.
* अपने स्कैल्प और बालों को तेल व उसकी पोषकता अवशोषित करने के लिए पर्याप्त समय दें. तेल लगाने और शैम्पू करने के बीच कम से कम 30 मिनट का अंतराल होना चाहिए.
* बालों के ट्रीटमेंट के बाद उनपर हीट स्टाइलिंग के इस्तेमाल से बचें.