कोरोना से ज्यादा खतरनाक है निपाह वायरस! कोरोना महामारी के मुकाबले निपाह वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर बहुत ज्यादा है. जहां कोरोना से मरने वालों की दर दो से तीन प्रतिशत रही है, वहीं निपाह से ये 40 से 70 फीसदी तक पहुंच गई है. ये आंकड़ा हैं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) का. न सिर्फ इतना, बल्कि इस संख्या में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है. लिहाजा आमजन के बीच खौफ का मंजर बरकरार है. इसी बीच लोगों के मन में इसके लक्षण, बचाव और तमाम सावधानियों को लेकर कई सारे सवाल हैं... चलिए जानते हैं...
ये हैं लक्षण...
निपाह वायरस के लक्षण बेहद ही आम है, जैसे गले में खराश, जुकाम, खांसी, बुखार या ज्यादा गंभीर मामलों में बेहोशी. वहीं स्थिति जब थोड़ी और गंभीर होती है, तो इंसान कोमा में भी जा सकता है, जिसके बाद मौत भी हो सकती है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस वायरस के लक्षण ए सिंप्टोमेटिक होते हैं. हालांकि जरूरी नहीं कि सभी में इसके लक्षण एक से दिखाई दें.
ये हैं बचाव?
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बचाव ही इस बीमारी का उपचार हैं. क्योंकि इसके लिए कोई अलग से इलाज नहीं है. दरअसल पर्सन टू पर्सन फैलने वाली इस बीमारी में संक्रमण का खतरा कई गुना ज्यादा होता है. लिहाजा अगर किसी भी व्यक्ति में आप इस बीमारी का एक भी लक्षण देखें, तो फौरन वहां से दूर हो जाएं. साथ ही या तो ऐसी जगह जाने से बचें या फिर पूरी तरह प्रोटेक्टिव होकर जाएं. साथ ही साथ आप क्या खाते हैं, कहां उठते-बैठते हैं, किसके साथ रहते हैं इन सब बातों का भी बहुत-बहुत ध्यान रखें.
कैसे फैलता है ये वायरस?
चमगादड़ की पेशाब से निपाह वायरस का इन्फेक्शन फैलता है. साल 2018 में पहली बार, निपाह बीमारी के लक्षण पहली मिला था. तब इसके बारे में लोगों को मालूम चला था.