फलाहारी व्यंजन के रूप में साबूदाना खिचड़ी एक बेहतरीन विकल्प है,व्यंजन विधि

Update: 2024-02-29 09:53 GMT
लाइफ स्टाइल : जल्द ही नवरात्र सुरु होने वाला है . यह देवी दुर्गा की आराधना का विशेष समय है। माता के भक्त 9 दिनों तक व्रत रखते हैं। इस दौरान साबूदाना खिचड़ी फल व्यंजन के रूप में बहुत लोकप्रिय है। फाइबर से भरपूर होने के साथ-साथ यह स्वाद में भी लाजवाब होता है। इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है. कई घरों में व्रत के दौरान इसका सेवन किया जाता है. इसे बनाना भी आसान है. यह डिश मिनटों में तैयार हो जाती है. अगर आप भी व्रत रख रहे हैं तो साबूदाना खिचड़ी एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है.
सामग्री:
साबूदाना- 1 कटोरी
मूंगफली - 1/2 कटोरी
आलू - 1
जीरा - 1 चम्मच
धनिया कटा हुआ - 1 बड़ा चम्मच
नींबू- 1
करी पत्ता - 7-8
कटी हुई हरी मिर्च - 2
घी/तेल – 1 बड़ा चम्मच चम्मच
सेंधा नमक – स्वादानुसार
व्यंजन विधि
- सबसे पहले साबूदाना को धोकर 2-3 घंटे के लिए पानी में भिगो दें, ताकि साबूदाना नरम होकर अच्छे से फूल जाए.
- इस दौरान एक पैन में मूंगफली के दाने डालकर सूखा भून लें.
- इसके बाद मूंगफली को कुचलकर, छिलके उतारकर दरदरा पीस लें.
- अब एक पैन में तेल डालकर मध्यम आंच पर गर्म करें. जब तेल गर्म हो जाए तो इसमें जीरा डालकर तड़काएं.
- इसके बाद इसमें करी पत्ता, हरी मिर्च डालकर भूनें. - अब इसमें कटे हुए आलू डालकर अच्छे से भून लें.
आलू भूनने में 2-3 मिनिट का समय लगेगा. जब आलू नरम हो जाएं तो इसमें भीगा हुआ साबूदाना डालें और कलछी से मिला लें.
- इसके बाद पैन को ढक दें और साबूदाने को 4-5 मिनट तक पकने दें. इस दौरान समय-समय पर साबूदाने को चलाते रहें, ताकि वह पैन में चिपके नहीं.
- अब इसमें दरदरी कुटी हुई मूंगफली, हरी धनिया पत्ती और स्वादानुसार सेंधा नमक डालकर कलछी की सहायता से अच्छी तरह मिला लें.
- इसके बाद नींबू का रस निचोड़ लें और खिचड़ी को 2-3 मिनट तक और पकने दें.
- अब गैस बंद कर दें. साबूदाना खिचड़ी तैयार है. इसे हरे धनिये की पत्तियों से सजाकर दही के साथ परोसें.
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