अगर आप सॉफ्ट थेपला बनाना चाहते हैं तो ऐसे में आटा गूंथते समय पानी के तापमान का भी ख्याल रखें। ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी का इस्तेमाल करना अधिक अच्छा रहता है। गर्म पानी आटे में मौजूद ग्लूटेन को सक्रिय करने में मदद करता है।
गुजरात में थेपला बेहद ही पॉपुलर है और अक्सर लोग इसे नाश्ते में खाना बेहद पसंद करते हैं। गुजरात की इस फेवरिट डिश को अब देश के अन्य राज्यों में भी उतने ही चाव से खाया जाता है। इसे गेहूं के आटे, मसालों और कभी-कभी मेथी के पत्तों या पालक जैसी सामग्री के साथ इसे तैयार किया जाता है। अगर आप भी अपने घर पर बेहद ही टेस्टी और सॉफ्ट थेपला बनाना चाहते हैं तो कुछ आसान टिप्स को फॉलो करें-
गर्म पानी का करें इस्तेमाल
अगर आप सॉफ्ट थेपला बनाना चाहते हैं तो ऐसे में आटा गूंथते समय पानी के तापमान का भी ख्याल रखें। ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी का इस्तेमाल करना अधिक अच्छा रहता है। गर्म पानी आटे में मौजूद ग्लूटेन को सक्रिय करने में मदद करता है। इससे आटा अधिक लचीला हो जाता है और जिसके परिणामस्वरूप थेपला नरम हो जाता है।
आटे की कंसिस्टेंसी पर दें ध्यान
थेपला बनाते समय उसकी आटे की कंसिस्टेंसी भी बेहद अहम् है। सुनिश्चित करें कि आटा नरम और चिकना हो, लेकिन बहुत चिपचिपा न हो। इसलिए, जब आप आटा गूंथे तो धीरे-धीरे पानी डालें और इसे कुछ मिनटों तक अच्छी तरह गूंथें।
घी का करें इस्तेमाल
घी एक ऐसा इंग्रीडिएंट है, जो आपके थेपले को नरम बनाए रखने में मददगार है। इसलिए, इसका इस्तेमाल अवश्य करें। एक बार जब आप आटा गूंथ लेते हैं तो इसमें थोड़ा घी मिलाएं। घी थेपला को नरम रखने में मदद करता है और उन्हें सूखने से बचाता है। आप थोड़ी मात्रा में घी मिलाएं और इसे आटे की सतह पर समान रूप से फैलाएं। आटे को फिर से धीरे से गूंथ लें, जिससे कि उसमें घी अच्छी तरह मिल जाए।
आटे को करने दें रेस्ट
एक बार जब आप आटा गूंथ लेते हैं तो एकदम से थेपला बनाना शुरू ना करें। बल्कि आटे को करीबन 15-20 मिनट के लिए रेस्ट करने दें। ऐसा करने से आटा अधिक मैनेजेबल हो जाता है। इतना ही नहीं, इससे बाद में थेपला खाने में भी काफी सॉफ्ट लगता है।
बेलने की टेक्निक पर दें ध्यान
जब आप थेपला बेल रहे हैं तो उसे सही तरह से बेलना भी उतना ही आवश्यक है। कई बार हम उसे बेलते समय बहुत अधिक दबाव डालते हैं। हालांकि, आप ऐसा करने से बचें, क्योंकि इससे थेपला सख्त हो सकता है।