Life Style:नीलीभृंगादि तेल से मिलेगी बालों को जड़ से मजबूती

Update: 2024-07-05 07:00 GMT
Life Style लाइफ स्टाइल : हर महिला की यह चाहत होती है कि उसके बाल काले, घने और लंबे हों। इसके लिए वह कई तरह से उपाय भी करती हैं। इसलिए आज हम आपको ऐसे तेल के बारे में बता रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से आपके बाल लंबे, काले घने और रेशमी हो जाएंगे।
नीलीभृंगादि तेल (Neelibhringadi Oil) एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग बालों की कई समस्याओं को दूर करने के लिए कई सालों से होता आया है। इस तेल का उपयोग करने से बाल हेल्दी रहते हैं और मजबूत बनते हैं। आप चाहें, तो इसे आप आसानी से घर पर तैयार कर सकते हैं। आइए जानते है नीलीभृंगादि तेल बनाने की विधि और इसके लाभ के बारे में।
नीलीभृंगादि तेल बनाने के लिए सामग्री:
भृंगराज के पत्ते – एक कप
आंवला: एक कप
ब्राह्मी के पत्ते: आधा कप
नीम के पत्ते: आधा कप
बिल्व के पत्ते: आधा कप
कोकोनट तेल: 200 मिली
बादाम तेल: 100 मिली
गाय का घी: आधा कम
कैसे बनाएं यह तेल?
तेल बनाने के लिए सबसे पहले भृंगराज के पत्ते, आंवला, ब्राह्मी के पत्ते, नीम के पत्ते और बिल्व के पत्तों को अच्छी तरह से धो लें। अब एक बड़ी कढ़ाई में नारियल तेल, बादाम तेल और घी को एक साथ मिलाकर गरम करें। ध्यान दें कि इसे बहुत ज्यादा गर्म न करें। अब इसमें सारे पत्ते डालकर 10-15 मिनट उबालें और गैस बंद कर दें। अब तेल को ठंडा होने दें। इसे ठंडा होने पर एक साफ कपड़े से इसे छान लें और कांच की बोतल में भरकर रख लें।
इस तेल से बालों की हल्के हाथों से मालिश करें और कम से कम एक घंटे तक बालों में लगा रहने दें और फिर शैम्पू करें। इसके अलावा, आप इसे रातभर भी बालों में लगा कर रख सकते हैं।
नीलीभृंगादि तेल के फायदे Benefits of Neelibhringadi Oil
नीलीभृंगादि तेल बालों में लगाने से बाल काले और घने होते हैं। रोजाना इस तेल की हल्के हाथों से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जिससे बाल जड़ से मजबूत होते हैं। इस तेल के नियमित इस्तेमाल से बालों का झड़ना और टूटना कम हो जाता है। इसके अलावा, इसके इस्तेमाल से बाल मुलायम और चमकदार होते हैं। यह स्कैल्प की समस्या जैसे खुजली, डैंड्रफ की समस्या को भी कम करता है।
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