नई दिल्ली: भारत में आज भी सेक्स पर बात करने से लोग बचते हैं. हालांकि, यही शर्म और झिझक कई बार लोगों को खतरनाक बीमारियां दे जाती है. नेशनल फैमिली हेल्थ के पांचवें सर्वे में भारतीयों में एचआईवी जैसी जानलेवा बीमारियों के खतरे को समझने के लिए उनकी सेक्स लाइफ से जुड़े कई सवाल पूछे गए. इनमें पहली बार सेक्स की उम्र, सेक्सुअल पार्टनर्स की संख्या और सेक्स के लिए भुगताने करने जैसी बातें भी शामिल थीं.
नेशनल फैमिली हेल्थ की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर, पति-पत्नी या घर में रह रहे पार्टनर के अलावा दूसरों के साथ शारीरिक संबंध बनाने से एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा काफी बढ़ जाता है.
इस सर्वे में 15-49 साल के महिला-पुरुषों से पिछले 12 महीने की सेक्स लाइफ को लेकर सवाल पूछे गए. इस सर्वे में 1 फीसदी से कम महिलाओं (0.3 फीसदी) और एक फीसदी पुरुषों ने एक से ज्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात स्वीकार की. एक फीसदी से कम महिलाओं (0.5 फीसदी) और 4 फीसदी पुरुषों ने कहा कि उन्होंने पति-पत्नी या घर में रह रहे शख्स के अलावा किसी दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाए.
घर से एक महीने या उससे ज्यादा समय के लिए बाहर रहने पर भी लोगों के एक से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर होने की संभावना बढ़ जाती है. इसी तरह, शिक्षित और अमीर भारतीयों में भी ये चलन ज्यादा देखने को मिला.
कितने दिनों के अंतराल पर सेक्स करते हैं भारतीय- सर्वे में पाया गया कि महिला और पुरुष औसतन सात दिन के गैप पर सेक्स करते हैं. ज्यादा उम्र की महिलाओं में यौन संबंध बनाने का अंतराल बढ़ जाता है. जैसे 45 की उम्र में महिलाओं में सेक्स करने का अंतराल 7 दिन से बढ़कर 20 से 21 दिन तक हो जाते हैं. 20 की उम्र में 16 दिनों पर सेक्स करने की अवधि 45 की उम्र में घटकर 8 दिनों पर आ जाती है. सर्वे में पाया गया कि लंबे समय से विवाहित पुरुष और महिला दोनों बहुत कम सेक्स करते हैं.
घर से बाहर रहने का असर- सेक्स से जुड़े ये सारे आंकड़े तब बदल जाते है जब लोग घर से बाहर रहते हैं. घर से बाहर निकलने पर पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा सेक्स करती हैं. जब महिलाएं एक महीने या उससे अधिक समय तक घर से दूर रहती हैं, तो उनके सेक्सुअल पार्टनर्स की संख्या 1.7 के औसत के मुकाबले 2.3 तक बढ़ जाती है (पुरुषों के लिए, ये 2.1 ही रहती है). 56% युवतियों ने कहा कि घर से दूर रहते हुए वो सेक्स करती हैं. वहीं, 32% पुरुषों ने ये बात मानी.
सेक्स को लेकर अलग-अलग अनुभव- महिलाओं और पुरुषों दोनों में सेक्स को लेकर ये अनुभव अलग-अलग होते हैं. घर से दूर रहने पर महिलाएं सेक्स को लेकर ज्यादा प्रयोग करती हैं. सबसे अधिक संभावना इस बात की होती है कि वो दो या दो से अधिक पार्टनर के साथ संबंध बनाएं या फिर घर से बाहर पति के अलावा किसी और से संबंध बनाए. हालांकि, बहुत कम महिलाएं होती हैं जो पेमेंट करके सेक्स का आनंद लेती हैं जबकि ज्यादातर पुरुष ये काम करते हैं. पैसे देकर सेक्स करने का ये आंकड़ा पुरुषों में 53% जबकि महिलाओं में 3% तक है.
महिलाओं क्यों जल्दी हो जाती हैं सेक्सुअली एक्टिव- सर्वे में पाया गया कि पुरुषो की तुलना में महिलाएं सेक्सुअली एक्टिव जल्दी हो जाती हैं. उनका सेक्सुअली एक्टिव होना कई बातों पर निर्भर करता है. NFHS के डेटा के मुताबिक 15 साल की उम्र तक लड़कों की तुलना में लड़कियों में सेक्स का अनुभव कर लेने की संभावना ज्यादा होती है. सर्वे में 25 से 49 साल की महिलाओं से पूछा गया कि उन्होंने पहली बार शारीरिक संबध कब बनाए. 10.3% महिलाओं ने माना 15 साल की उम्र तक वो एक बार संबंध बना चुकी थीं. वहीं इस उम्र में सेक्स करने वाले पुरुषों का आंकड़ा 0.8% था. भारत में सहमति से शारीरिक संबध बनाने की उम्र 18 साल है लेकिन इससे कम उम्र की 6% महिलाओं ने सर्वे में बताया कि वो पहले ही सेक्स कर चुकी हैं. वहीं 18 साल से कम उम्र के 4.3% लड़कों ने कबूला की वो सेक्स कर चुके हैं.
इसका एक कारण ये ही कि सेक्स को लेकर महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा अधिकार जताते हैं जबकि महिलाओं की इच्छा बहुत कम मायने रखती है. सर्वे के अनुसार महिलाओं के पहली बार सेक्स का अनुभव उनके स्कूली शिक्षा के साथ-साथ उनके सामाजिक तबके पर भी निर्भर करता है.