ब्लूबेरीज़ पिछले कुछ सालों में भारत में भी पॉपुलर हो गई हैं। इससे पहले ये सिर्फ विदेशों में ही पाई जाती थी। ब्लूबेरीज़ का उपयोग आइसक्रीम, शेक, स्मूदी, केक, ब्रेड, मफिन, जैम आदि चीज़ों में ज़्यादा होता है। हालांकि, इसे फल के तौर पर खाया तो ब्लूबेरीज़ सेहत को काफी फायदा पहुंचाती हैं। ये स्वाद में हल्की मीठी होती हैं और पॉलीफेनॉल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन-सी और खूब सारे फाइबर से भरपूर होती है।
भारत में यह फल इस समय काफी महंगा है, लेकिन कई सारी बीमारियों के ख़तरे से बचने के लिए बेहतरीन है। ब्लूबेरीज़ पेट की सेहत से लेकर दिल और पैनक्रियाज़ तक सभी अंगों को कुछ न कुछच फायदा पहुंचाती हैं।
ग्लूकोज़ कंट्रोल करने में मददगार
अगर आप ब्लूबेरीज़ को रोज़ाना अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो इससे आपको ग्लूकोज़ को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ब्लूबेरीज़ में मौजूद एंथोसायनिन इंसुलिन स्राव को बढ़ावा देते हैं, जो टाइप-2 डायबिटीज़ के रोगियों के लिए खासतौर पर फायदेमंद होता है।
दिमाग की सेहत में लाभदायक
एंथोसायनिन, ब्लूबेरी में पिग्मेंट जो फल को नीला रंग देता है, लंबे समय में संज्ञानात्मक फंक्शन में सुधार करने का काम करता है। शोध में देखा गया है कि जो बच्चे ब्लूबेरीज़ रोज़ खाते हैं, वे दूसरों की तुलना में संज्ञानात्मक कार्यों को बेहतर ढंग से करते हैं। वहीं, उम्रदराज़ लोगों में यह पिग्मेंट दिमाग की सेहत, संज्ञानात्मक कार्य और डिमेंशिया से जुड़े ख़तरे को कम करने का काम करता है।