मां को जरूर बतानी चाहिए अपनी बेटी को ये चार बातें

अगर बात रिश्तों की हो तो मां का अपने बच्चों के साथ सबसे प्यारा और सच्चा रिश्ता होता है। लड़का हो या लड़की, मां अपने हर बच्चे से एक जैसा ही प्यार करती हैं

Update: 2022-05-08 05:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mothers Day 2022: अगर बात रिश्तों की हो तो मां का अपने बच्चों के साथ सबसे प्यारा और सच्चा रिश्ता होता है। लड़का हो या लड़की, मां अपने हर बच्चे से एक जैसा ही प्यार करती हैं लेकिन बेटियों के साथ उनके रिश्ते की अलग ही बात होती है। मां के लिए उनकी सबसे अच्छी दोस्त बेटियां होती हैं। बेटियों के बचपन से लेकर उनके जीवन के हर पड़ाव पर मां अपने सपनों को जीती हैं। बेटी की परवरिश मां के लिए मात्र जिम्मेदारी या मातृत्व नहीं होता बल्कि उनके जरिये अपने बचपन को दोबारा जीना भी होता है।

हर मां, अपनी बेटी को दुनिया की बुरी चीजों से दूर भी रखना चाहती हैं और सबसे ऊंची उड़ान भरते भी देखना चाहती हैं। अगर आप भी एक मां हैं और अपनी बेटी के लिए कुछ ऐसी ही भावना या चिंता आपके मन में भी हैं तो आपको अपनी बेटी को बड़े होने पर चार बातें जरूर बताना चाहिए। बेटी स्कूल से कॉलेज के दौर में आ गई हो या घर परिवार से दूर पढ़ाई या नौकरी के लिए जा रही हो तो उसे ये चार बातें जरूर सिखाएं।
बेटी को जिम्मेदारी का अहसास दिलाएं
बेटी जब तक घर में होती है, उसे पिता और भाई की सुरक्षा मिलती है। मां का लाड मिलता है। ऐसे में बेटी खुद के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझ पाती। पर जब वह बड़ी होती हैं और स्कूल से कॉलेज लाइफ में आती हैं तो उन्हें ये जरूर बताना चाहिए कि उनकी जिम्मेदारी क्या है। बेटी को बताएं कि खुद की सुरक्षा उनकी पहली जिम्मेदारी है। कुछ भी करने से पहले अपनी सुरक्षा के बारे में जरूर सोच लें।
दोस्तों का चुनाव करें संभल कर
बेटी जब कॉलेज लाइफ में प्रवेश करे तो मां को उसे ये जरूर बताना चाहिए कि अच्छे दोस्तों की परख कैसे होती है। गलत दोस्तों का चयन कितना नुकसानदायक हो सकता है? बेटी को दोस्त बनाने की सलाह दें लेकिन उसे ये जरूर बताएं कि दोस्तों का चयन संभल कर करें। अपने दोस्तों के साथ कैसा व्यवहार करें।
बेटी का मनोबल बढ़ाएं
मां को अपनी बेटी को ये एहसास भी दिलाना चाहिए कि वह उस पर कितना विश्वास करती हैं और हर सही कदम पर बेटी के साथ हैं। लाइफ के नए पड़ाव का डटकर सामना करने की सीख दें। किसी भी परेशानी में पड़े तो परिवार को, खासकर अपनी मां को जरूर बताएं ताकि मिलकर उस परेशानी से निकला जा सके। इसके अलावा अगर कभी विफलता हाथ लगे तो कमजोर न पड़े बल्कि फिर से सफलता के लिए प्रयास करने की सीख दें।
प्यार के बारे में भी करें बात
लड़कियां बड़ी होने लगती हैं तो स्वाभाविक है कि उम्र के साथ उनकी किसी खास दोस्त के प्रति नजदीकियां बढ़ें। ब्रेकअप और क्रश ये सब आपकी बेटी के जीवन में भी आ सकता है। इसे लेकर न खुद पेनिक हों और न ही बेटी को दूर रखने का प्रयास करें। बल्कि दोस्तों की तरह अपनी बेटी को इन भावनाओं के बारे में कुछ जरूरी सलाह दें। उन्हें बताएं कि लाइफ में इन सब के आने या जाने से भी जीवन और पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
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