Milk Adulteration : मिलावटी दूध पीने से सावधान, हो सकती है लीवर, कैंसर और अन्य बीमारियों के शिकार
क्या आपको पता है कि मिलावटी दूध (Milk Adulteration) पीने से कुछ सालों में आपको किडनी, लीवर और कैंसर जैसे समस्याएं हो सकती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Health Tips Milk Adulteration : लोगों को पता होता है कि दूध सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि मिलावटी दूध (Milk Adulteration) पीने से कुछ सालों में आपको किडनी, लीवर और कैंसर जैसे समस्याएं हो सकती हैं. एक ग्लास दूध पीने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं दूर हो जाती हैं. और शरीर को दूध से मिलने वाले सभी तरह के पोषक तत्व मिल जाते हैं.
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल मेडिसिन विभाग के डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि लगातार मिलावटी दूध पीते रहने से इंटेस्टाइन, लीवर या किडनी डैमेज जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. खास कर मिलावटी दूध से बच्चों के ग्रोथ पर असर पड़ता है उसे दूध पचने में परेशानी होती है. और पेट दर्द, डायरिया, फूड प्वाइजनिंग जैसे समस्या बच्चों में देखने को मिलती हैं. बच्चों के विकास में यह बाधा है. मिलावटी दूध हमारे शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है. ऐसे ही लंबे समय तक इस तरह का दूध पीने से बड़े हों या बच्चे सभी में इंटेस्टाइन, लीवर या किडनी डैमेज जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. वहीं अगर आप करीब 10 साल तक इस मिल्क प्रोडक्ट को ले रहे हैं तो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां होने की संभावना हो सकती है. दूध में सबसे ज्यादा यूरिया की मिलावट की जाती है और यूरिया हमारे शरीर को बहुत ही नुकसान पहुंचाता है.
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई है कि भारत में बिकने वाला करीब 10 प्रतिशत दूध हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इस 10 प्रतिशत में 40 प्रतिशत मात्रा पैकेज्ड मिल्क की है जो हर रोज हमारे इस्तेमाल में आते हैं.
दूध में यूरिया, वेजिटेबल ऑयल, ग्लूकोज और अमोनियम सल्फेट जैसे तत्व मिलाए जाते हैं. ये मिलावट हमारे सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है. दूषित या कहें कि कंटामिनेटेड मिल्क से होने वाले नुकसानों पर जानकारों की काफी अलग राय है. जानकारों की माने तो कॉन्टैमिनेटेड दूध से होने वाला नुकसान इस बात पर निर्भर करता है कि कंटामिनेशन कैसा है. अगर दूध में बैक्टीरियल कंटामिनेशन है तो आपको फूड प्वाइजनिंग, पेट दर्द, डायरिया, इंटेस्टाइन इंफेक्शन, टाइफाइड, उल्टी, लूज मोशन जैसे इंफेक्शन होने का डर होता है