शैम्पू का काम होता है स्कैल्प और बालों को साफ़ करना और इसलिए वे केवल ऊपरी सतह पर ही काम करते हैं. वे आपके स्कैल्प को क्लेंज़ करते हैं और बालों में चिपकी गंदगी को साफ़ करते हैं.
केमिकल युक्त शैम्पू की वजह से हेयर ब्रेकेज हो सकता है, लेकिन जड़ से बाल नहीं गिरते. इसमें कोई दोराय नहीं कि सौम्य शैम्पू बालों का टूटना कम करेंगे, लेकिन ये बालों का झड़ना नहीं रुका सकते.
इसे समझने के लिए इस बात को जानें कि बालों के तीन स्टेज होते हैं. पहला ग्रोथ स्टेज, दूसरा रेस्टिंग स्टेज और तीसरा होता है झड़ने का स्टेज. ग्रोथ स्टेज में बाल बढ़ते हैं, उनकी जड़े मज़बूत होती हैं. वहीं दूसरे स्टेज में आपको आपके बाल ख़ूबसूरत, लंबे दिखाई देते हैं, क्योंकि यह उनका रेस्टिंग पीरियड है. तीसरे स्टेज में बाल अपने जड़ से उखड़कर गिर जाते हैं. यह पूरी प्रक्रिया बिल्कुल एक पेड़ में आनेवाले पत्ते की तरह है. हो सकता है हैवी शैम्पू करते वक़्त आपको महसूस हो कि आपके बाल ज़्यादा झड़ रहे हैं. डॉ जीत गोरे, ट्रायकोलॉजिस्ट कहते हैं,“लेकिन यह सारा मामला बालों के तीनों स्टेजेस से जुड़ा है. इसलिए आपने देखा होगा कि कई बार तेल लगाते वक़्त या कंघी करते वक़्त ज़्यादा बाल झड़ते हैं.” एक्स्पर्ट्स का कहना है कि बालों के शेडिंग पीरियड को कई चीज़ें प्रभावित करती हैं, जिससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है. यानी बाल वक़्त से पहले शेडिंग पीरियड में आ सकते हैं यानी गिर सकते हैं. ख़राब जीवनशैली, पोषण की कमी, बीमारी, प्रेग्नेंसी, हार्मोनल असंतुलन जैसी कई वजहें हो सकती हैं. शैम्पू बदलने से पहले इन वजहों को जांचें. अपनी डायट और हेयर केयर रूटीन को दुरुस्त करें. हां, यह सच है कि बहुत ज़्यादा केमिकल युक्त शैम्पू आपके स्कैल्प की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं. उन्हें रूखा और बेजान बना सकते हैं, जिससे आपके बालों की सेहत पर असर पड़ सकता है. इसलिए सौम्य और नैचुरल शैम्पू का इस्तेमाल करें. सच्चाई तो यह है कि शैम्पू न ही बालों का झड़ना बढ़ाते हैं और ना ही घटाते हैं.
1. शैम्पू और कंडिशन करने के बाद बालों की लंबाई पर लीव-इन सीरम लगाएं, ताकि बाल मुलायम बने रहें. नैसर्गिक वेवी इफ़ेक्ट के लिए बालों के सिरों को हल्का मरोड़ते हुए ब्लो ड्राय करें. माथे के ऊपर वाले सेक्शन को हल्का-सा स्ट्रेट कर लें, ताकि हेयरस्टाइल साफ़-सुथरा दिखे. रैट-टेल कोम से बीच से मांग निकालकर बालों को दो बराबर हिस्सों में बांट लें.
2. कानों के पास वाले सेक्शन की चोटी बनाने से शुरुआत करें. आपको जितनी ऊंची चोटी चाहिए हो, उतने पीछे तक चोटी गूंथकर उसे रबर और हेयर पिन्स की मदद से बांधें. ऐसा सभी सेक्शन्स के लिए करें. बीच इफ़ेक्ट पाने के लिए चोटी के खुले सिरों को बांध कर हाफ़-पोनीटेल बना लें.
3. कर्लिंग टॉन्ग की मदद से बाक़ी बचे बालों को हल्का वेवी बनाएं. माथे के ऊपर वाले हिस्से पर मीडियम-होल्ड टेक्स्चराइज़िंग हेयरस्प्रे छिड़कें और टूथब्रश से हल्के से कोम कर छुटपुट उड़ रहे बालों को सेट करें.