1- पीला रंग- पीला रंग खुशियां और उम्मीदों का प्रतीक माना जाता है. इतना ही नहीं पीले रंग को काफी शुभ माना जाता है. बाजार में जो पीला कलर बनाया जाता है उसमें कई तरह के ऐसे तत्त्व मिलाएं जाते है जो स्किन को ख़राब कर देते हैं. इन रंगो से बचने के लिए आप एकदम प्राकृतिक रूप से पीला कलर बना सकते है. आप पीले रंग के गेंदा, अमलतास या गुलदाउदी के फूलों से पीला कलर बना सकते है.
2- नीला रंग- नीला रंग शांत स्वरों का प्रतीक माना जाता है. इतनी ही नहीं बल्कि नीला रंग वह रंग है जो होली में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. तो नीले रंग को अब आप प्राकृतिक रूप से बना सकते है और घर पर और पा सकते है एकदम गाढ़ा नीला रंग. इसे आप गुलमोहर के फूलों से बना सकते है.
3- नारंगी रंग- ऑरेंज कलर किसी भी त्यौहार के जोश और उत्साह को बढ़ाने का काम करता है इसलिए ऑरेंज कलर को सबस एहम रंग माना जाता है. बाजार में जो ऑरेंज कलर मिलते है उनका रंग साफ़ या एकदम नारंगी नहीं होता जो मज़े को किरकिरा बना देता है. आप टेसू की फूलों से नारंगी रंग बना सकते है.
4- लाल रंग- लाल रंग प्यार और कोमलता का प्रतीक माना जाता है. लाल रंग सबसे ज़्यादा सुहावना और प्यार का रंग माना जाता है इस रंग के कोई भी त्यौहार खाली माना जाता है. इतना ही नहीं बल्कि होली में तो लाल रंग होना ही चाहिए, क्योकि इस दिन लाल रंग से तिलक लगाने का रिवाज है. वैसे तो लाल रंग बड़ी आसानी से बाजार में मिल जाता है परन्तु कैमिकल से बनाए गए होने के कारण उनके साइड इफेक्ट्स भी हो जाते है. आप घर में लाल गुलाब, लाल हिबीस्क्स या फिर किसी भी लाल रंग के फूलों से बना सकते है.
5- बैंगनी रंग- बैंगनी रंग जिसे पर्पल कलर कहते हैं. ये कलर सबसे ज्यादा प्यारा कलर माना जाता है. बाजार में बड़ी मुश्किल से मिलता है पर्पल कलर, लेकिन घर पर आप इस रंग को बड़ी ही आसानी से बना सकते है. इतना ही नहीं बल्कि आप पर्पल कलर को अपने चेहरे पर लम्बे समय तक भी रख सकते और फिर भी वह बड़ी ही आसानी से आपके चेहरे से उतर जायेगा. अगर आप फूलों से बने पर्पल रंग का इस्तेमाल करेंगे तो इससे स्किन भी सॉफ्ट और चमकदार होती है. ये रंग स्किन के लिए बहुत फायदेमंद भी है. आप लैवेंडर के फूलों की मदद से ये रंग बना सकते है.
6- हरा रंग- हरे रंग के बिना होली का त्योहार अधूरा है. आप घर पर आसानी से पत्तो की मदद से हरा रंग बना सकते हैं. इसके लिए आप हरे रंग के पत्ते नींम के पत्ते से रंग बना सकते है.
सूखा रंग बनाने की विधि
1- सबसे पहले सारे रंगो के लिए लगने वाले फूलों को इक्कठा कर लें या उन फूलों को इक्कठा करें जिनका रंग आप बनाना चाहते है.
2- यदि आपके पास फूलों का बगान है तो उससे ज़्यादा अच्छा कुछ भी नहीं हो सकता, और यदि नहीं है तो बाजार में यह सारे फूल आसानी से मिल जायेंगे तो आप सभी को खरीद लें.
3- सारे फूलों को अच्छे तरह से धो लें, फिर तपती धूप में सभी को सूखा लें
4- जैसे ही सारे फूल सुख जाएंगे इनके पत्तों को अलग-अलग करके अच्छी तरह से पीस लें और पाउडर बना लें
5- पीसने के दौरान आप 2-3 बूंदें चन्दन का तेल भी डाल सकते हैं जिससे सुगंध भी काफी अच्छी आती है और रंग और भी ज्यादा अच्छा बनता है.
6- चन्दन का तेल मिलाने के बाद, दोनों सामग्री को अच्छी तरह से हाथों से मिला दें.
गीला रंग बनाने की विधि
1- सबसे पहले सारे फूलों को इक्कठा कर लें
2- सारे फूलों की पंखुड़ियों को अलग अलग कर लें
3- अब इन पंखुड़ियों को एक बाल्टी पानी में दाल दें
4- अच्छी सुगंध के लिए आप उसी पानी में चन्दन का तेल भी डाल सकते हैं
5- रात भर उन पंखुड़ियों को उसी में रहने दें
6- सुबह-सुबह गीला रंग बनकर तैयार रहेगा