गणेश उत्सव के दौरान घर पर बनाएं नारियल और गुड़ के मोदक, जानें विधि
गणपति के पसंदीदा व्यंजन का नाम आते ही सबसे पहला खयाल मोदक का ही आता है. 10 सितंबर से गणेश महोत्सव की शुरुआत हो रही है. इस मौके पर यहां जानिए नारियल और गुड़ से बने मोदक की आसान रेसिपी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था. उनके जन्मोत्सव को भारत के तमाम इलाकों में बहुत धूमधाम से गणेश महोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. ये महोत्सव 10 दिनों का होता है और गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तक चलता है. इस दौरान भगवान गणेश के भक्त धूमधाम से गणपति की प्रतिमा लाकर घर में स्थापित करते हैं. गणेश स्थापना के बाद उनकी खूब सेवा और सत्कार किया जाता है. उन्हें दूर्वा, पान, अक्षत, सिंदूर, पुष्प आदि अर्पित कर रोजाना सुबह शाम पूजन व भजन कीर्तन किए जाते हैं.
इस दौरान भगवान को उनका पसंदीदा भोग भी चढ़ाया जाता है. गणपति के पसंदीदा भोग का नाम आते ही सबसे पहले मन में मोदक का खयाल आता है. इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को है और ये उत्सव 19 सितंबर को अनंत चौदस तक चलेगा. अगर आप भी इस बार चतुर्थी के दिन श्रीगणेश भगवान को अपने घर लेकर आ रहे हैं तो घर पर उनके पसंदीदा मोदक बनाकर जरूर अर्पित करें. यहां जानिए गुड़ और नारियल से बने मोदक की रेसिपी.
सामग्री : दो कप चावल का आटा, डेढ़ कप कसा हुआ गुड़, दो कप नारियल का चूरा, आधा चम्मच इलाएची पाउडर, एक चम्मच खसखस, काजू, बादाम और किशमिश इच्छानुसार, एक चम्मच घी.
ये है विधि
सबसे पहले खसखस को एक घंटे के लिए पानी में भिगोकर बारीक पीस लें. इसके बाद डेढ़ कप कसे गुड़ और दो कप नारियल को कढा़ई में डाल कर अच्छी तरह से गर्म करें और तब तक चम्मच से चलाएं जब तक दोनों अच्छे से मिक्स न हो जाएं. मिक्स होने के बाद जब इस मिश्रण में गाढ़ापन आ जाए, तब काजू, बादाम, किशमिश, खसखस और इलाइची वगैरह डाल दें और सारी चीजों को मिक्स करें. इसके बाद एक प्लेट में रखकर ठंडा होने दें.
अब दो कप पानी में एक छोटी चम्मच घी डाल कर गर्म करें और जैसे ही पानी में उबाल आ जाए गैस बंद कर दें. एक बाउल में दो कप चावल का आटा डालें और थोड़ा थोड़ा गर्म पानी डालते हुए नरम आटा आटा गूंथ लें. इसके बाद आटे को करीब 10 मिनट के लिए ढककर रख दें.10 से 15 मिनट बाद हाथ में घी लगाकर हथेलियों को चिकना करें और गुंथे हुए चावल के आटे से एक नींबू के बराबर आटा निकाल कर हथेली पर रखें. दूसरे हाथ के अंगूठे और उंगलियों का इस्तेमाल करते हुए लोई को किनारों से पतला करें और बीच में फिलिंग के लिए थोड़ा सा गड्ढा करें.
इस गड्ढे में एक छोटी चम्मच पिट्ठी रखकर अंगूठे और उंगलियों की सहायता से प्लीट डालते हुए ऊपर की तरफ चोटी का आकार दें. सारे मोदक इसी तरह तैयार कर लें. अगर बनाने में कोई समस्या हो तो आप इसके लिए सांचे का भी प्रयोग कर सकते हैं. लेकिन इसे इस्तेमाल करने से पहले उसमें अच्छी तरह घी लगाना न भूलें.
जब सारे मोदक तैयार हो जाएं तो किसी चौड़े बर्तन में दो छोटे गिलास पानी डालकर गर्म करें और उस पर जाली का स्टैंड लगा लें. जाली के ऊपर मोदक रख कर ढक दें और 10 से 15 मिनट तक इसे भाप में पकाएं. पकने के बाद मोदक का रंग बदल जाएगा. इसके बाद इन्हें एक प्लेट में निकाल लें और ठंडा होने के बाद गणपति का भोग लगाएं और घर के सभी सदस्यों को मोदक प्रसाद रूप में खिलाएं