शुगर कण्ट्रोल के लिए जावित्री की चाय अत्यंत उपयोगी
एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी डायबिटिक, एस्ट्रिंजेंट और अफ़रोडिसियक के गुण
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेसक | त्योहारों का सीजन चल रहा है। इस सीजन में रंगों का त्योहार होली है। यह पर्व देश और दुनिया में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर लोग एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। साथ ही लोग मिल बैठकर पूरी-पकवान और मिष्ठान खाते हैं। पूरी-पकवान तो ठीक है, लेकिन मिष्ठान डायबिटीज के मरीजों के लिए सही नहीं होता है। इससे शुगर बढ़ने का खतरा रहता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं, तो फेस्टिव सीजन में बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने के लिए जावित्री की चाय पी सकते हैं। जावित्री की चाय के सेवन से बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
जावित्री
आयुर्वेद में जावित्री को औषधि माना जाता है। इसमें एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी डायबिटिक, एस्ट्रिंजेंट और अफ़रोडिसियक के गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। जायफल और जावित्री दोनों का एक ही पेड़ से उत्पादन होता है। जायफल फल के बीज हैं, तो जावित्री फल के ऊपर फूल रूप में रहता है। इसमें एंटी डायबिटिक के गुण होते हैं। इसके लिए डायबिटीज के मरीज जावित्री का सेवन कर सकते हैं। इससे पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। एक शोध में दावा किया गया है कि जायफल और जावित्री रक्त शर्करा स्तर को कंट्रोल करने में सक्षम है। यह पेनक्रियाज को कार्य करने के लिए उत्साहित करता है।
कैसे करें सेवन
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज के मरीज को रोजाना जावित्री की चाय पीनी चाहिए। इसके लिए एक गिलास पानी में जावित्री के कुछ टुकड़े डाल कर अच्छी तरह से उबाल लें। अब छानकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करें। आप सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।