जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कैंसर एक बड़ी बीमारी है, जिसे शुरुआत में रोकना तो आसान होता है. अगर ध्यान नहीं दिया जाए और कैंसर थर्ड स्टेज पर पहुंच जाता है. फिर इससे लोगों को बचाना मुश्किल हो जाता है. इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि वार्निंग साइन (Warning Sign) के जरिए इसे पहचान लें, जिससे इसे थर्ड स्टेज तक पहुंचने से रोका जा सके. एक रिपोर्ट के अनुसार, शरीर में कैंसर के लक्षण या वॉर्निंग साइन दिखते हैं तो आपको बिना देर किए डॉक्टर से मिलना चाहिए. इसलिए हम आपको उन लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप आसानी से कैंसर के लक्षणों के बारे में पता लगा सकते हैं.
मल में खून
अल्सर, बवासीर या इंफेक्शन होने पर भी मल में खून आता है. लेकिन कैंसर होने पर भी मल में खून आना एक बड़ा वार्निंग साइन माना जाता है. गैस्ट्रो-इंटसटाइनल ट्रैक्ट (Gastro-intestinal tract) में कोई समस्या होने से मल में खून आता है. मल के रास्ते आने वाला खून अगर ब्राइट है तो रेक्टम (मलाशय) या इंटस्टाइन की दिक्कत हो सकती है. डार्क कलर पेट के अल्सर की तरफ इशारा करता है. हालांकि दोनों ही सूरतों में इसकी जांच कराना जरूरी है.
भूख न लगना भी एक बड़ा साइन
कैंसर से आपके मेटाबॉलिज्म (Metabolism) पर असर पड़ता है, जिससे भूख नहीं लगती है. पेट (Stomach), पैंक्रियाज (Pancreas), बड़ी आंत या ओवेरियन कैंसर (large intestine or ovarian cancer) होने पर पेट में दबाव महसूस होता है, जिस वजह से आपको भूख नहीं लगती है. कैंसर होने पर महिला और पुरुष दोनों में ऐसे लक्षण दिखते हैं. डिप्रेशन या फ्लू में इंसान की भूख मर जाती है.
पेशाब में खून
अगर आपकी पेशाब में खून आता है, तो कैंसर का बड़ा संकेत माना जाता है. जो किडनी या ब्लैडर कैंसर का लक्षण हो सकता है. हालांकि पथरी (किडनी स्टोन) या किडनी डिसीज होने पर भी ऐसी परेशानी होती है. लेकिन आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
खांसी
कभी न दूर होने वाली खांसी भी कैंसर का वार्निंग साइन हो सकता है. इलाज कराने के बाद भी आपकी लंबे समय की खांसी ठीक नहीं हो रही है. फेफड़ों के कैंसर की जांच करवानी चाहिए. फेफड़ों का कैंसर होने पर छाती में दर्द, वजन घटना, गला बैठना, थकावट और सांस में तकलीफ हो सकती है. कोल्ड-फ्लू में भी ऐसे लक्षण देखने को मिलते हैं, लेकिन फिर भी आप डॉक्टर को दिखा लें.
गर्दन में गांठ
कैंसर का लक्षण मुंह, गला, थाइरॉयड और वॉइस बॉक्स में गांठ का होना भी हो सकता है. वैसे ऐसा इंफ्केशन में भी होता है. कैंसर की गांठ में कभी दर्द नहीं होता. ये कभी दूर नहीं होती है और धीरे-धीरे बढ़ती रहती है. अगर आपके साथ ऐसी समस्या है तो डॉक्टर से तुरंत जांच कराएं.