जानें लैपटॉप पर काम करते समय आँखो में खराबी आने से कैसे बचें

मारे हाथों और पैरों में कई ऐसे पॉइंट्स होते हैं, जिन्हें दबाने से शरीर की कई परेशानियों में राहत मिल जाती है.

Update: 2020-12-21 09:59 GMT

जनता से रिश्ता बेवङेस्क| मारे हाथों और पैरों में कई ऐसे पॉइंट्स होते हैं, जिन्हें दबाने से शरीर की कई परेशानियों में राहत मिल जाती है. दरअसल इन पॉइंट्स का सबन्ध हमारे अन्य अंगों से होता है. जब हम इन पॉइंट्स को जोर से दबाते हैं तो उस पॉइंट से जुड़े दूसरे अंग की तकलीफ कम होने लगती है.

प्राकृतिक चिकित्सा में इन पॉइंट्स को एक्यूप्रेशर पॉइंट कहा जाता है. यदि इन बिंदुओं को नियमित तौर पर दबाया जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है. आइए आज हम आपको बताते हैं, पैरों के एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के बारे में जो कई परेशानियों को कम करने में कारगर हो सकते हैं.

आंखों में भारीपन

अक्सर लैपटॉप पर लगातार काम करने या मोबाइल का देर तक प्रयोग करने से आंखों में थकान हो जाती है और भारीपन महसूस होने लगता है. ऐसे में आप अपने पैरों की उंगलियों के नीचे के पॉइंट को तेजी से दबाएं. धीरे धीरे आपको बेहतर महसूस होगा. इसे रोजाना करने से आंखों की रोशनी भी बेहतर होगी.

दिल के मरीज

दिल के मरीज भी अगर एक्यूप्रेशर चिकित्सा की मदद लें तो उनकी कई समस्याएं नियंत्रित रह सकती हैं. सर्दी के दिनों में दिल के मरीजों को खासतौर पर सेहत को लेकर सावधानी बरतने की हिदायत दी जाती है. ऐसे में वे दोनों पैरों की उंगलियों के बीच वाले प्रेशर प्वाइंट को दबाएं. इससे हार्ट रेट बेहतर होता है.

अक्सर सिरदर्द करता है परेशान

रोजाना दोनों पैरों की उंगलियों के नीचे बीच के पॉइंट को दबाएं। इससे कुछ ही दिनों मेंं सिर दर्द की समस्या दूर हो जाएगी, साथ ही ब्रेन फंक्शन बेहतर होगा.

कमर में दर्द

कमर के दर्द और कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो पैरों के बीच का हिस्सा दबाएं. यहां मौजूद प्वाइंट आंतों से जुड़ा होता है. इससे लोअर बैक पेन भी ठीक होता है.

लिवर की परेशानी

लिवर संबन्धी समस्या है तो पैर के पंजे के ऊपर की तरफ अंगूठे और उसके पास वाली अंगुली के बीच के हिस्से को दबाएं. इससे काफी राहत मिलेगी.

ये बातें रहें ध्यान

1. अगर किसी तरह का कन्फ्रयूजन हो तो एक्सपर्ट की सलाह के बगैर कोई प्रयोग न करें. गलत पॉइंट दबाने से परेशानी ठीक होने के बजाय दूसरी समस्या उत्पन्न हो सकती है. साथ ही इतनी तेज न दबाएं कि उस अंग में समस्या बढ जाए.

2. गर्भवती महिलाएं एक्यूप्रेशर चिकित्सा से परहेज करें. अगर अंजाने में भी गलत पॉइंट दब गया तो मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

3. बहुत पुरानी बीमारी या गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग इस चिकित्सा पर निर्भर न रहें, वर्ना समस्या बढ़ सकती है.

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