जानिए चेस को क्यों माना जाता है माइंड गेम
20 जुलाई 1924 को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) की स्थापना हुई थी. 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाने का सुझाव यूनेस्को (UNESCO) द्वारा दिया गया था
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 20 जुलाई 1924 को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) की स्थापना हुई थी. 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाने का सुझाव यूनेस्को (UNESCO) द्वारा दिया गया था, जिसके बाद साल 1966 में 20 जुलाई को पहला अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के तौर पर मनाया गया. तब से हर साल इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन कई जगहों पर शतरंज (Chess) के खेल का आयोजन किया जाता है. शतरंज एक ऐसा खेल है, जिसे खेलने के लिए आपके दिमाग को काफी मेहनत करनी पड़ती है. यही कारण है कि इसे माइंड गेम कहा जाता है. माना जाता है कि इसे खेलने से आपका दिमाग काफी तेज हो जाता है. आइए जानते हैं इसकी वजह.
जानिए क्यों शतरंज को कहा जाता है माइंड गेम
शतरंज दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक और मनोरंजक खेल है. इस खेल में दो खिलाड़ी एक दूसरे की रानी को मात देने के लिए तरह तरह की योजना बनाकर खेल खेलते हैं. कई बार स्थितियां बेहद कठिन आ जाती हैं और प्रतिद्वंदी को शिकस्त दे पाना मुश्किल नजर आता है. ऐसे में माइंड पर जोर देकर तरह तरह के आइडियाज क्रिएट होते हैं. इसलिए इस खेल मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है. इसको दिमाग को तेज बनाने वाला खेल माना जाता है.
क्या है माइंड गेम खेलने का फायदा
आज के समय में बच्चे वीडियो गेम्स में जुटे रहते हैं, जो उनकी आंखों की रोशनी को भी प्रभावित करते हैं और उनके दिमाग पर नकारात्मक असर डालते हैं. इसकी बजाय आपको अपने बच्चों को शतरंज जैसे खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. शतरंज को हेल्दी ब्रेन गेम्स की श्रेणी में रखा जाता है. इसे खेलने से दिमाग की क्षमता बढ़ती है. नए आइडियाज क्रिएट करने की क्षमता बेहतर होती है. इस खेल की कोई समय सीमा नहीं होती, ऐसे में ये खेल विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ फैसले लेना सिखाता है. इससे बच्चों की लर्निंग पावर, मेमोरी और फोकस करने की क्षमता बेहतर होती है. इन क्षमताओं के विकसित होने से उनका दिमाग किसी भी क्षेत्र में बेहतर तरीके से काम करना सीखता है.
ध्यान रहे
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के खेल मोबाइल या किसी गैजेट से खेलना विकल्प नहीं है. इससे आपका स्वास्थ्य प्रभावित होता है. साथ ही शतरंज या किसी भी तरह के अन्य माइंड गेम किसी तरह की समस्या का इलाज नहीं हैं. ये हेल्दी ब्रेन गेम माने जाते हैं जिन्हें आप सिर्फ मनोरंजन के तौर पर खेल सकते हैं.