राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का जश्न कब और क्यों शुरु हुआ जानिए

भारत विविधताओं का देश है। यहां पर्यटन स्थलों की भरमार है। दुनियाभर के पर्यटकों की नजर भारत के पर्यटन स्थलों पर रहती है।

Update: 2022-01-25 04:04 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत विविधताओं का देश है। यहां पर्यटन स्थलों की भरमार है। दुनियाभर के पर्यटकों की नजर भारत के पर्यटन स्थलों पर रहती है। भारत के पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रसार के लिए हर साल 25 दिसंबर को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए पर्यटन दिवस मनाने का फैसला लिया। भारतीय पर्यटन से करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है तो वहीं देश की जीडीपी में भी बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा पर्यटन दिवस के जरिए देश विदेश तक भारत की ऐतिहासिकता, खूबसूरती, प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई पर्यटन स्थल हैं जो यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यटन दिवस इन्हीं आकर्षण को दुनिया के सामने लाने का एक जरिया है। लेकिन आपको पता है कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई? पर्यटन दिवस 2022 की थीम क्या है? क्या है राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास और उद्देश्य?

पर्यटन दिवस मनाने की कब से हुई शुरुआत
वैसे तो पूरी दुनिया में विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है लेकिन भारत का पर्यटन दिवस 25 जनवरी को होता है। इस दिन की शुरुआत 1948 में ही हो गई थी, जब देश आजाद होने के बाद भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। इसके तीन साल बाद यानी 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ोतरी की गई। दिल्ली, मुंबई के अलावा कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन कार्यालय बनाए गए। साल 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के अंतर्गत पर्यटन से एक विभाग जोड़ा गया।
पर्यटन दिवस मनाने के उद्देश्य
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत लोगों को पर्यटन का महत्व और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हुई थी। वैश्विक समुदायों के बीच पर्यटन और इसके सामाजिक, राजनीतिक, वित्तीय और सांस्कृतिक मूल्य के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
भारतीय पर्यटन दिवस का प्रभाव
-भारत की जीडीपी में पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव है। साल भर विश्व स्तर से लोग भारत के दार्शनिक स्थल देखने आते हैं, जिससे भारत का आर्थिक स्तर बढ़ता है।
-यहां का पर्यटन भारत की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है, जिसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है।
-भारत के पर्यटन से लगभग 7.7 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं। इससे रोजगार मिलता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 की थीम
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 आंध्र प्रदेश में "आजादी का अमृत महोत्सव" के रूप में मनाया जाएगा। 2021 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम 'देखो अपना देश' थी। घातक कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश को लॉकडाउन पर रखा गया था। इसका पर्यटन पर काफी प्रभाव पड़ा।


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