जनता से रिश्ता वेबडेस्क। खान-पान, लाइफस्टाइल और तनाव का असर महिलाओं के पीरियड पर भी पड़ता है। औसत महिलाओं का पीरियड्स चक्र 28 दिनों का होता है, लेकिन कुछ महिलाओं को कभी पीरियड जल्दी आता है तो कभी देर से आता है। उनके पीरियड में अनियामितता कई कारणों की वजह से होती है जिन्हें जानना बेहद जरूरी है।
तनाव खान-पान और बढ़ता वज़न पीरियड में अनियामितता का कारण है। इसके अलावा भी पीरियड में अनियामितता के कुछ कारण हो सकते हैँ। आइए जानते हैं कि पीरियड में अनियामितता किन कारणों से होती है और उनके लक्षण और उपचार क्या हैं।
अनियामित पीरियड के लक्षण:
यूटेरस में दर्द
हाथ-पैर, कमर और स्तन में दर्द
भूख कम लगना
थकान महसूस होना
कब्ज़ होना शामिल है।
अनियामित पीरियड के कारण कौन-कौन से हो सकते हैं:
कम या अधिक उम्र में पीरियड के शुरू होने से पीरियड अनियमित होते हैं जो कुछ समय बाद पीरियड अपने आप नियामित हो जाता है।
वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा भी अनियामित पीरियड का कारण हो सकता है। कई बार थायरॉइड के कारण भी पीरियड अनियामित होता है।
लाइफस्टाइल और खानपान के कारण पीरियड देरी से आता है। अपने लाइफस्टाइल और डाइट को व्यवस्थित कर आप पीरियड को नियमित कर सकते हैं।
पीरियड में देरी होने का कारण पॉलिसिस्टिक ओवरी सिड्रोम भी हो सकता है।
तनाव और जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी पीरियड के अनियामित होने का कारण हो सकता है। ओवरी में सिस्ट बनने के कारण भी अक्सर पीरियड अनियामित होता है।
अनियामित पीरियड का करें इस तरह इलाज
योग करें:
अगर आपका पीरियड अनियामित है तो आप योग कीजिए। सप्ताह में 5 दिन तक 35-40 मिनट का योग करने से अनियमित माहवारी से संबंधित हार्मोन के स्तर को कम किया जा सकता है।
वज़न कंट्रोल करें:
जो महिलाएं अधिक वजन वाली हैं, उनमें अनियमित पीरियड्स होने की संभावना अधिक होती है इसलिए महिलाएं अपना वज़न कंट्रोल करें।
रोज़ाना विटामिन डी का सेवन करें:
विटामिन-डी लेने से पीरियड्स को विनियमित करने में मदद मिल सकती है। विटामिन डी वजन कम करता है और डिप्रेशन को कम करता है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए दूध और अन्य डेयरी उत्पाद को डाइट में शामिल करें।
न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh