खेलने से होने वाले सेहत लाभ क्या हैं?
खेलने से स्ट्रेस होता है दूर
वेबएमडी डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, जब आप कोई स्पोर्ट्स खेलते हैं, तो उससे मेंटल हेल्थ को कई तरह से लाभ पहुंचता है. इससे स्ट्रेस कम होता है. स्पोर्ट्स आपके दिमाग को शांत रखता है, मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. खेलना एक बेहतर फिजिकल और मेंटल एक्सरसाइज है. जब आप कोई भी आउटडोर गेम खेलते हैं, तो आपका शरीर एंडोर्फिन रिलीज करता है. यह मस्तिष्क में मौजूद एक केमिकल्स होते हैं, जो दर्द और तनाव को दूर करते हैं. ये स्ट्रेस हार्मोन, कोर्टिसोल और एड्रेनालाइन के स्तर को भी कम करते है.
मूड में होता है सुधार
गोल्फ या स्कीइंग जैसे खेल खेलने से आपको अपनी चिंताओं को कम करने और काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है. इससे दिमाग शांत होता है. रात में नींद भी बहुत अच्छी आती है. एंग्जायटी की समस्या कम होती है.
मेंटल डिसऑर्डर से होता है बचाव
गंभीर मानसिक बीमारी जैसे सिजोफ्रेनिया से बचाव हो सकता है. यदि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, तो सिजोफ्रेनिया जैसी बीमारियों के लक्षणों को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है.
डिप्रेशन से बचाए
स्पोर्ट्स डिप्रेशन से बाहर निकलने में भी मदद करता है. खेलने से डिप्रेशन के लक्षणों को कम किया जा सकता है. हालांकि, शुरुआती स्तर पर अवसाद के लक्षणों में एक्सरसाइज कारगर साबित हो सकती है, लेकिन किसी को गंभीर रूप से डिप्रेशन है, तो बेहतर है डॉक्टर से संपर्क करें.
खेलने से दिल रहे स्वस्थ
हृदय रोग आजकल कम उम्र के लोगों में भी बढ़ रहा है. ऐसे में जितना हो सके आप खेलों में भाग लें. प्रतिदिन आधे से एक घंटे कोई भी पसंदीदा गेम ज़रूर खेलें. इससे आप हृदय रोग से बचे रहेंगे, क्योंकि खेलने से हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बना रहता है, जिससे ब्लड वेसल्स में भी कोई रुकावटें नहीं आएंगी.
शारीरिक रूप से होते हैं मजबूत
बच्चे तो हर दिन कोई ना कोई स्पोर्ट्स खेल ही लेते हैं, लेकिन वयस्कों को भी नियमित रूप से कोई भी एक खेल ज़रूर रूटीन में शामिल करना चाहिए. खेलने से आप शारीरिक और फिजिकली स्वस्थ और मजबूत बनते हैं. मांसपेशियों, हड्डियों, लिगामेंट्स, टेंडन के स्वस्थ विकास में मदद करता है.
बॉडी स्टैमिना बढ़ती है
यदि आप क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, हैंडबॉल, बैडमिंटन, कबड्डी आदि कोई भी एक खेल आधे से एक घंटे के लिए खेलते हैं, तो शरीर की स्टैमिना बढ़ती है. कोऑर्डिशन और शरीर का संतुलन बेहतर होता है. कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस दुरुस्त रहती है.
खेलने से वजन रहता है कंट्रोल
जो लोग मोटापे से ग्रस्त हैं या फिर जिनका वजन बढ़ रहा है, उन्हें भी कोई ना कोई खेल प्रतिदिन खेलना चाहिए, इससे मोटापा बढ़ने का रिस्क कम होता है. प्रतिदिन खेलने से वजन कंट्रोल में रहता है, बेली फैट कम होता है.