पल्स रेट कम होने से बचाव के उपाय जानेलिए हृदय को स्वस्थ्य रखना और हृदय से संबंधित बीमारियों से बचाव के कार्यों को अपनाना है। हमारे द्वारा बताए गए इन उपायों को अपनाकर भी यदि पल्स रेट कम होने के लक्षण खत्म नहीं होते है तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। पल्स रेट कम होना बचाव के उपाय निम्नलिखित है –
व्यायाम – हृदय को स्वस्थ्य रखने और हृदय से जुड़ी बीमारियों से सुरक्षित रहने के लिए व्यायाम बेहद अच्छा माध्यम माना जाता है। रोजाना नियमित रूप से व्यायाम करके पल्स रेट कम होना की समस्या से बचा जा सकता है।
संतुलित आहार – संतुलित आहार हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए बेहद जरुरी होता है। संतुलित आहार से शरीर न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रोगों से भी सुरक्षित रहता है। पल्स रेट कम होने की परेशानी से बचने के लिए संतुलित आहार का सेवन करें जिससे हृदय स्वस्थ्य रहेगा।
वजन – वजन शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसीलिए यदि आपका वजन संतुलित होगा तो आप कई बीमारियों से बच सकते है। अधिक वजन होने पर पल्स रेट कम हो सकती है जिसे वजन को नियंत्रित करके दूर किया जा सकता है।
बीपी और कोलेस्ट्रॉल – पल्स रेट कम होने का कारण ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का असंतुलित होना हो सकता है। बीपी को संतुलन और शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए ऐसी जीवनशैली को अपनाए जिससे इन दोनों को नियंत्रित किया जा सकता है।
तनाव – तनाव की वजह से पल्स रेट कम हो सकती है। तनाव को दूर करने के उपायों को अपनाए इससे पल्स रेट को सामान्य स्थिति में लाया जा सकता है। अपनी जीवनशैली में परिवर्तन को अपनाकर तनाव को खत्म किया जा सकता है।
शराब, धूम्रपान और ड्रग्स – शराब, धूम्रपान और ड्रग्स शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते है जिससे न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर बल्कि हृदय पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। पल्स रेट कम होने पर शराब, धूम्रपान और ड्रग्स का सेवन न करें।