ट्रेन में टिकट चेक करने वाले TTE और TC में क्या होता है फर्क, जानें

TTE और TC में क्या होता है फर्क, जानें

Update: 2023-10-06 08:45 GMT
भारत की आधी से ज्यादा आबादी ट्रेन से ही ट्रैवल करना पसंद करती है। ट्रेन के द्वारा ही सुविधाजनक यात्रा, कम पैसों में आसानी से संभव हो पाती है। ट्रेन में ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे की ओर से कई तरह के नियम बनाए गए हैं। इसमें टिकट खरीदने से लेकर टिकट चेक करना जैसे कई नियम शामिल हैं।
आपने भी अगर कभी ट्रेन से ट्रैवल किया होगा तो आपका टिकट चेक करने के लिए कोई न कोई जरूर आया होगा। लेकिन अब सवाल यह है कि ट्रेन की टिकट चेक करने के लिए आपके पास ट्रैवल टिकट एग्जामिनर ( TTE- Travel Ticket Examiner) आया है या फिर TC (Ticket Collector), आखिर इन दोनों में क्या फर्क है।
दरअसल, TTE और TC दोनों का ही काम टिकट चेक करना होता है। लेकिन दोनों के अधिकार अलग-अलग होते हैं। अगर कोई यात्री बिना टिकट के यात्रा कर रहा है तो फाइन लेने जैसे कार्य उनके अंदर ही आते हैं।
कौन होता है TTE
ट्रेन के अंदर यात्रा कर रहे यात्रियों की आईडी, सीट और टिकट चेक करने का काम टीटीई का होता है। टीटीई ट्रेन के अंदर बैठे यात्रियों की टिकट और सीटों की जांच करता है। अगर आप टीटीई की पहचान करना चाहते हैं, तो इससे जुड़ा बैच आपको उनके शर्ट या कोर्ट की जेब पर लिखा हुआ नजर आएगा।
उनके पास TTE से जुड़ा आईडी प्रूफ भी होता है। टीटीई के सभी अधिकार ट्रेन के अंदर मान्य होते हैं। इन्हें आप हमेशा काले कोट में देखेंगे। (ट्रेन की चेन खींचने पर सजा)
कौन होता है TC 
टीसी का कार्य भी टिकट चेक करना होता है, लेकिन टीसी ट्रेन के अंदर यात्रा कर रहे यात्रियों के टिकट चेक नहीं करता। टीसी का कार्य स्टेशन पर बैठे लोगों और स्टेशन में एंटर कर रहे लोगों के टिकट की जांच करना होता है।(भारतीय रेलवे में कितनी तरह की होती है सीट)
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