जानिए मंगला गौरी व्रत की तिथि और महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को बेहद प्रिय है। इस माह शिव जी की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को बेहद प्रिय है। इस माह शिव जी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। सावन के पावन माह में भगवान शिव के साथ-साथ मां गौरा पार्वती की भी आराधना की जाती है। एक तरफ जहां सावन का प्रत्येक सोमवार महादेव को समर्पित है, वहीं इस माह में पड़ने वाले मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। मां मंगला गौरी आदि शक्ति माता पार्वती का ही मंगल रूप हैं। इन्हें मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य रूप से मंगला गौरी व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखा जाता है। इसलिए विवाहित महिलाएं सावन में इस व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं और मां मंगला गौरी की पूजा करती हैं। आइए जानते हैं इस व्रत की तिथि और महत्व के बारे में....