जानिए यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
यूरिक एसिड हाई प्रोटीन वाले फूड्स में मौजूद प्यूरीन से बनता है। हर व्यक्ति में यूरिक एसिड कम या ज्यादा बनता है
यूरिक एसिड हाई प्रोटीन वाले फूड्स में मौजूद प्यूरीन से बनता है। हर व्यक्ति में यूरिक एसिड कम या ज्यादा बनता है साथ ही यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है। यह खतरनाक तब साबित होता है, जब बॉडी में रुकने लगता है और यूरिन के जरिए बाहर नहीं निकल पाता है। ऐसी स्थिति में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में बॉडी में जमा होने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन, गठिया की समस्या हो सकती है। व्यस्त लाइफस्टाइल और गलत खान-पान से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने में मदद मिलती है।चालिए जानते हैं किन सुपर फूड्स की मदद से आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। बेहद से लोग इसका सेवन भी करते हैं। काफी लोग जानते हैं कि नियमित रूप से ग्रीन टी पीने से शुगर और बीपी जैसी बीमारियों होना का डर नहीं होता है। वहीं ग्रीन टी पीने से शरीर यूरिक एसिड के स्तर को कभी कम करता है।
दूध संतरा, दही
शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को कम करने के लिए विटामिन डी लेना जरूरी है। आप विटामिन डी लेने के लिए चेरी, नींबू, संतरा, दूध, अंडा, दही और मछली का सेवन कर सकते हैं।
कॉफी
कॉफी पीने से यूरिक एसिड बढ़ने के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
दालें और सलाद
यूरिक एसिड को कम करने के लिए फाइबरयुक्त डाइट लेनी चाहिए। बता दें फाइबर दालों, सेब, नाशपाती, ब्रोकली और सलाद से मिलता है।खान-पान को अच्छा बनाने के लिए रोज खाने में एक प्लेट सलाद को शामिल करना चाहिए।
सेब
कहा जाता है रोजाना 1 सेब डॉक्टर से दूर रखता है। वहीं सेब खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा है। बता दें सेब में काफी मात्रा में डाइट्री फाइबर पाया जाता है। फाइबर यूरिक एसिड को अवशोषित कर लेता है, जिसे बाद में यूरिन के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है।
ओट्स
ओट्स और दलिया का सेवन करने से भी यूरिक एसिड कम होता है। ओट्स और दलिया फाइबर रिच फूड हैं। आप नाश्ते में या रात के खाने में वेजीटेबल दलिया खाया सकते हैं।
केला
मरीजों को रोजाना कम से कम एक केला खाने की सलाह दी जाती है। इसमें कई ऐसे खास प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रक्त में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
शरीर की कम एक्टिविटी
डाइट में हाई प्रोटीन
लो फैट फूड का सेवन
मेटाबॉलिज्म
कमजोर गट हेल्थ
कम पानी पीना
सोने का गड़बड़ रुटीन
कमजोर लिवर
हैवी डिनर