जानिए 5 ऐसी चीजों के बारे में जिनका सेवन ब्रेन के लिए हैं नुकसानदायक
जिंदगी को बेहतर बनाए रखने के लिए फिजिकल और मेंटल हेल्थ का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जिंदगी को बेहतर बनाए रखने के लिए फिजिकल और मेंटल हेल्थ का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप मेंटल हेल्थ को काफी हद तक सुधार सकते हैं. हर दिन आप कुछ ऐसे ड्रिंक्स या फूड का सेवन करते होंगे, जिनसे ब्रेन की हेल्थ बुरी तरह प्रभावित होती है. आप जाने-अनजाने में ब्रेन के लिए समस्याएं पैदा कर रहे हैं. आज आपको 5 ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे, जिनका सेवन ब्रेन के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
शुगरी ड्रिंक्स से बनाएं दूरी
अक्सर लोग एनर्जी ड्रिंक, स्पोर्ट्स ड्रिंक, सोडा और जूस पीना पसंद करते हैं. मेडिकल न्यूज़ टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर शुगरी ड्रिंक्स में 55% फ्रक्टोज और 45 प्रतिशत ग्लूकोस होता है. इससे टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज के अलावा ब्रेन पर काफी नेगेटिव असर पड़ता है. ऐसे लोगों में अल्जाइमर और डिमेंशिया की समस्या हो सकती है.
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स और हाई ट्रांस फैट्स
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स, जिनमें शुगर और हाईली प्रोसेस्ड अनाज होते हैं, वे ब्रेन के लिए अच्छे नहीं माने जाते. इनमें सफेद आटा शामिल है. इससे ब्रेन फंक्शन में परेशानी आती है. फैट और ज्यादा शुगर वाले फूड्स लेने से आपकी मेमोरी कमजोर हो सकती है. इसके अलावा हाई ट्रांस फैट्स वाले फूड्स जैसे- केक, स्नैक्स, कुकीज आदि अल्जाइमर की वजह बन सकते हैं.
ज्यादा नमक और मीठे वाले फूड्स
ज्यादा नमक, शुगर और हाई फैट वाले फूड्स के सेवन से ब्रेन को काफी नुकसान होता है. ऐसे फूड से ब्रेन की सेल्स डैमेज हो जाती हैं और कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं. इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए आपको चिप्स, स्वीट्स, नूडल्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, सॉसेज और रेडीमेड मील्स से बचना चाहिए.
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स
कई प्रोडक्ट्स में शुगर फ्री के नाम पर आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल किया जाता है. इनमें कई ऐसे केमिकल होते हैं जो ब्रेन के ट्रांसमिटर प्रोडक्शन को प्रभावित करते हैं. इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का खतरा भी काफी बढ़ जाता है. इसलिए आर्टिफिशियल स्वीटनर्स वाले फूड का सेवन करने से बचना चाहिए.
एल्कोहल है खतरनाक
एल्कोहल का ज्यादा सेवन करना ब्रेन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. एल्कोहल की वजह से ब्रेन वॉल्यूम घट जाता है, मेटाबॉलिक चेंज आ जाते हैं और न्यूरोट्रांसमीटर पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए एल्कोहल का सेवन बेहद कम मात्रा में करना चाहिए.