Life Style : बच्चों का सोना उनके विकास और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। नींद के दौरान उनका शारीरिक और मानसिक दोनों विकास होता है। अच्छी नींद से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वे अनिंद्रा, चिंता और उन्हें फोकस करनें में मदद मिलती है। जिससे उनकी शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और आध्यात्मिक प्रक्रियाओं में भी सुधार होता है। ऐसे में बच्चों के बेहतर विकास के लिए उनके सोने की दिनचर्या बनाना सबसे महत्त्वपूर्ण है जिससे उनका पूर्ण विकास हो सके। तो आइए जानते हैं, बच्चों के सोने की दिनचर्या (Bedtime Routine for Kids) को कैसे बनाना है और इसे बनाते समय हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। समय निर्धारित करें
सबसे पहले बच्चों को कब सोना और जगना है, ये समय निर्धारित करें (Bedtime Routine) और फिर उन्हें रोज उसी समय पर सुलाने की कोशिश करें, ताकि बच्चा डेली खुद ही अपने निर्धारित समय पर सोने लगें। इसके साथ ही, निर्धारित समय पर उन्हें उठाएं, जिससे उसकी तय समय पर उठने की भी आदत भी बनी रहे। इसके लिए बच्चों की उम्र के अनुसार उनकी नींद की जरूरत को समझें और उन्हें उतनी देर तक जरूर सुलाएं।बच्चों में नींद की जरूरत को समझें। हर उम्र में बच्चों के नींद की जरूरत अलग-अलग होती है। इसलिए आपको इसका ध्यान रखना जरूरी है।
उम्र सोने की अवधि प्रतिदिन age sleep duration per day
नवजात शिशु 18-20 घंटे
3-6 महीने 16-18 घंटे
6-12 महीने 12- 16 घंटे
1-2 वर्ष 12-14 घंटे
3-4 वर्ष 8-14 घंटे
Bedtime Routine कैसे बनाएं?
बच्चे के सोने के समय की दिनचर्या स्थापित करें। इसमें इन चीजों को शामिल करने से बच्चों के बेहतर विकास में मदद मिलेगी।
सोने से पहले रोज रात में नहाने की आदत डालें।
रात के आरामदायक कपड़े पहनाएं।
बच्चों को पालने या झूले में नहीं, बल्कि आरामदायक नर्म बिस्तर पर सुलाएं।
सोते समय कहानी या लोरी गाकर सुनाएं।
कमरे में शांत माहौल बनाने के लिए रोशनी कम रखें और शोर न मचाएं।
सोने से पहले बच्चे को गुडनाइट किस या गले लगाना उनमें आत्मियता और निश्चितता की भावना को जागृत करता है, जिससे उन्हें अच्छी नींद आती है इसलिए ऐसा जरूर करें।
बच्चे को दो टाइम ब्रश करने की आदत अभी से ही डालें।