नए घर में खुसियाँ बनाय रखने के लिए इन बातों का रखे ध्यान

Update: 2024-05-30 10:53 GMT


घर बनाते समय वास्तु का विशेष ध्यान रखें। ताकि आपके घर में हमेशा सुख-समद्धि बनी रहे। आइए जानते हैं वास्तु के हिसाब से किस तरह का होना चाहिए घर-घर कोई चाहता है कि उसका अपना घर हो, इसके लिए वे कड़ी मेहनत भी करते हैं। अपने आशियाने में जाना शायद ही किसी को नपसंद हो। साथ ही व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि उसके अपने आशियाने में किसी तरह की कमी न छूट जाए। इसके लिए काफी मेहनत भी करते हैं। इसलिए घर बनाते समय आपको छोटी से छोटी बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
मुख्य रूप से अगर आप अपने घर में शांति और सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो वास्तुशास्त्र का विशेष ध्यान दें। ताकि घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचालन हो सके। इसलिए जब भी घर बनाएं, तो अच्छी क्वालिटी के सामान के साथ-साथ वास्तु के नियमों का ध्यान रखें। आज हम आपको कुछ ऐसे वास्तु के नियम बताएंगे, जिससे आप अपने घर में सुख-समृद्धि ला सकेंगे। आइए जानते हैं घर बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।अपना मकान जब भी बनवाएं, तो सबसे पहले नींव की खुदाई का ध्यान रखें। नींव को सबसे पहले पूर्व और उत्तर दिशा में खुदवाई कराएं और पश्चिम दिशा में सबसे अंत में खुदवाई करें। इसके बाद लास्ट में खोदें गए दक्षिण दिशा में आप नींव को भरने का कार्य शुरू कराएं। वहीं, दक्षित दिशा से ही दीवार की चिनाई का काम शुरू कराएं और अंत में उत्तर-पूर्व दिशा में चिनाई कराएं।यदि आप अपना मकान तैयार खुद से करना रहे हैं, तो अपनी खिड़कियों पर भी ध्यान दें।
हम में से कई लोग घर की खिड़कियों पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन इस पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी होता है। कोशिश करें कि अपने घर के उत्तर-पूर्ण में बड़ी-बड़ी खिड़कियां लगाएं। वहीं, दक्षिण-पश्चिम में छोटे आकार की खिड़कियां लगाएं। आप चाहें तो दक्षिण दिशा में खिड़कियां लगाना अवॉइड कर सकते हैं।घर के अंदर जब भी पानी का नल लगाएं, तो इसपर भी पूरी तरह से ध्यान दें। पानी का नल हमेशा उत्तर या पूर्ण की दिशा में ही लगाएं। यह नल लगाने के लिए सबसे अच्छी दिशा मानी जाती है। कभी भी नल की दिशादक्षिण-पश्चिम दिशा में ना रखें।जब भी आप अपने घर को डिजाइन कर रही हैं, तो घर एक छोटी-छोटी बातों पर अच्छे से ध्यान दें। सही दिशा में चीजों को बनाने की कोशिश करें। ध्यान रखें कि किचन हमेशा दक्षिण पूर्व की दिशा में बनाना सही होता है। वहीं, पूजा का घर उत्तर-पूर्व में बनाना सही होता है।घर को डिजाइन पर ध्यान देने के साथ-साथ रंगों पर भी ध्यान दें। कोशिश करें कि घर में रंगों को थोड़ा सा हल्का रखें। ऐसे रंग न लगाएं, जो आपकी आंखों को अच्छे न लगते हों। हल्के रंगों से आपके आंखों को सुकून मिलता है। घर की छतों को हमेशा सफेद रंग से रंगें।


Tags:    

Similar News

-->