Smoking करने वालों से बना ले दूरी, धुएं से आसपास रह रहे लोगों को भी हो सकता है कैंसर

एक अध्ययन के अनुसार दुनिया में कैंसर से मौत के प्रमुख कारणों में धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन शामिल हैं

Update: 2022-08-25 07:51 GMT

एक अध्ययन के अनुसार दुनिया में कैंसर से मौत के प्रमुख कारणों में धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन शामिल हैं। यह भी बात सामने आई है कि धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने वाले लोगों को भी कैंसर का अधिक खतरा हो सकता है। 'द लांसेट जर्नल' में प्रकाशित एक नये अध्ययन के मुताबिक तंबाकू और शराब का सेवन, असुरक्षित यौन संबंध और आहार संबंधी जोखिम जैसे कारक भी वैश्विक स्तर पर कैंसर के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।

लाखों लोगों की हो रही कैंसर से मौत
शोध पत्रिका 'लांसेट' में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार धूम्रपान, शराब का सेवन, शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बॉडी मास इंडेक्स) का अधिक होना और अन्य ज्ञात जोखिम कारक 2019 में वैश्विक स्तर पर लगभग 44.5 लाख लोगों की कैंसर से मौत के लिए जिम्मेदार थे। 'बॉडी मास इंडेक्स' (बीएमआई) एक माप है, जिसमें किसी व्यक्ति के वजन और उसकी लंबाई के आधार पर दुबलेपन और मोटापे को मापा जाता है।
दुनियाभर में बढ़ रहा कैंसर का खतरा
अध्ययन से पता चलता है कि कैंसर का खतरा एक महत्वपूर्ण जन स्वास्थ्य चुनौती है और यह खतरा दुनियाभर में बढ़ रहा है। धूम्रपान वैश्विक स्तर पर कैंसर के लिए प्रमुख जोखिम कारक बना हुआ है। 'ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज, इंजरी एंड रिस्क फैक्टर्स' (जीबीडी) 2019 के अध्ययन के परिणामों का उपयोग करते हुए, अनुसंधानकर्ताओं ने जांच की कि कैसे 34 व्यावहारिक, पर्यावरणीय एवं व्यावसायिक जोखिम कारकों ने 2019 में 23 प्रकार के कैंसर के कारण मौत के मामलों को बढ़ाया और स्वास्थ्य को प्रभावित किया।
धूम्रपान कैंसर का सबसे बड़ा कारक
अध्ययन में कहा गया है कि धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने से फेफड़े में प्रवेश करने वाला धुआं इस रोग (कैंसर) का 10वां सबसे बड़ा कारक है। अध्ययन में पाया गया है कि धूम्रपान, शराब का सेवन और शरीर का अधिक वजन होना कैंसर के तीन शीर्ष कारक हैं। इनके बाद क्त में शर्करा की अधिक मात्रा, वायु प्रदूषण, एस्बेस्टस के प्रदूषण के संपर्क में आने, साबूत अनाज और दूध की कम मात्रा वाले आहार तथा धूम्रपान करने वाले अन्य व्यक्ति के आसपास मौजूदगी भी इसके कारकों में शामिल हैं। इन कारकों से 2019 में 37 लाख लोगों की मौत हुई थी।


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