Janmashtami Special 2024: लड्डू गोपाल को जन्माष्टमी पर जरूर लगाएं इन चीजों का भोग

Update: 2024-08-22 04:39 GMT
UP Crime: उत्तर प्रदेश के शामली में एक बेटे ने अपनी मां की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी. बेटे ने हत्या के समय अपने रिश्ते और मां के प्यार, सबकुछ को दरकिरनार कर दिया. बेटे ने मां की हत्या के लिए हथियार के रूप में फावड़े का इस्तेमाल किया. उसने मां के चेहरे पर कई बार वार किया और तब तक करता रहा जब तक मां का चेहरा बुरी तरह से कुचल नहीं गया. बेटा मां की हत्या करते समय बिल्कुल हैवान बन बैठा, उसे मां ना तो मां का दर्द
दिखाई
दिया न ही उसकी चीख, वो तो बस उनके जान लेने की कसम खाकर बैठा था.
मां को मारने के बाद बेटा रुका नहीं, उसके बाद उसने पूरे गांव में भी जमकर उत्पात मचाया. पूरे गांव में आरोपी के इस रूप को देखकर हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. आखिर बेटे की अपनी मां से क्या दुश्मनी थी कि उसने अपनी मां की जान तो ले ही ली, लेकिन उनके चेहरे पर इतनी बार वार किया कि उसे पहचानना भी मुश्किल हो गया. पुलिस ने जब इस मामले में मौके पर पहुंचकर पूछताछ की तो पता चला कि बेटा मानसिक तौर पर बीमार है, जिस कारण हत्या के दौरान अपना आपा खो दिया और इस तरह से मां की जान लेने पर उतर आया. हालांकि, पुलिस इस मामले में जांच कर ही है. मां की जान लेने वाला आरोपी बैंगलोर में रहकर काम करता है.Janmashtami Special 2024:हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाता है. इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा करने के बाद व्रत खोला जाता है. कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन मंदिरों की सजावट के साथ लोग अपने घर की भी सजावट करते हैं और लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो लोग पूरे विधि-विधान से लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप का पूजन रात में उनके जन्म के समय करना शुभ माना
जाता है
. भगवान श्री कृष्ण के भोग में कुछ चीज जरूर शामिल करनी चाहिए जो उन्हें बेहद प्रिय हैं.
पंजीरी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान को धनिया से बने पंजीरी का भोग लगाया जाता है, इसमें धनिया पाउडर में काजू, किशमिश, मिश्री, बादाम और देसी घी मिलाकर एक मिश्रण तैयार किया जाता है, जो कान्हा जी को भोग लगाते हैं. इसमें भी तुलसी पत्र का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
पंचामृत
बिना पंचामृत के भगवान श्री कृष्ण की पूजा अधूरी मानी जाती है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है और उसे प्रसाद के रूप में बांट दिया जाता है. इसमें भी तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
माखन मिश्री का भोग
भगवान श्री कृष्ण को माखन बहुत प्रिय है, इसलिए उन्हें माखन और मिश्री का भोग अवश्य लगाना चाहिए और उसमें तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
आटे से बनी पंजीरी या मोहन भोग
भगवान श्री कृष्ण को मोहन भोग बहुत पसंद है, इसलिए उन्हें जन्माष्टमी के दिन आटे या धनिया से बने पंजीरी का भोग जरूर लगाना चाहिए.
जन्माष्टमी पूजा विधि
जन्माष्टमी के दिन सुबह उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
पूजा के स्थान पर कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान श्री कृष्ण को स्थापित करें.
पूजा की थाली में कुमकुम चंदन, धूप, जल आरती के लिए दीपक और फूल इत्यादि रखें.
भगवान को भोग लगाने के लिए एक थाली तैयार करें, जिसमें पंजीरी नारियल की मिठाई पंचामृत फल इत्यादि हो.
श्री कृष्ण के जन्म के पश्चात लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराएं, जिसमें घी, दूध, दही शहद और गंगाजल मिला हुआ होता है. इसके बाद भगवान को चंदन का टीका लगाएं और सुंदर वस्त्र पहनाएं. उन्हें अच्छे से सजाएं, इसके बाद भगवान की आरती कर उन्हें भोग लगाएं.
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