लाइफस्टाइल: गर्भावस्था एक बहुत ही नाजुक घड़ी होती है। इस वक्त महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना पड़ता है, क्यों कि होने वाली मां जो कुछ भी खाती पीती हैं, सांस लेती है, उसका सीधा असर उनके अंदर पल रहे नन्हे मेहमान के हेल्थ पर पड़ता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को अक्सर दौड़ने,भागने कूदने की मनाही होती है। ऐसे में जो महिलाएं पहले से ही एक्सरसाइज करती हैं उनका सवाल रहता है कि क्या गर्भावस्था में एक्सरसाइज करना चाहिए या नहीं? क्या गर्भावस्था में एक्सरसाइज करने से बच्चे को चोट पहुंच सकती है?
आपके मन में भी ऐसा कोई भी सवाल है तो इन सभी सवालों का जवाब हम आपको इस आर्टिकल के जरिए दे रहे हैं। इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं नर्चर आईवीएफ की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्चना धवन बजाज।
क्या प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करना सुरक्षित होता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करना एकदम सेफ और सुरक्षित है। एक्सपर्ट के मुताबिक व्यायाम करने से प्रेगनेंसी जर्नी काफी आसान बन सकती है। इससे बच्चों को भी काफी फायदा मिलता है। यह बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है। मां के शरीर को लचीला रखता है, पाचन के साथ-साथ आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी नियंत्रित करता है। बीपी,मूड स्विंग्स (इस चीज़ को करने से मिलेगी मूड स्विंग से आजादी) को भी नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने के नियम
वहीं पहले तिमाही में एक्सरसाइज करना फायदेमंद माना जाता है। हालांकि एक्सरसाइज करने के कुछ रूल हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक गर्भावस्था के पहले ,दूसरे और तीसरी तिमाही के दौरान अलग-अलग तरह के एक्सरसाइज करनी चाहिए क्योंकि हर गर्भावस्था अवधि के दौरान शरीर बहुत सारे चेंजेस से गुजरता है। एक्सपर्ट कहती हैं कि पहली तिमाही में एक्सरसाइज करने का आइडियल फॉर्म ये है कि आप योगा करें,आप कार्डियो (इस कार्डियो एक्सरसाइज से कम करें वजन) एक्सरसाइज भी कर सकते हैं लेकिन अंडर सुपरविजन ट्रेनर की निगरानी में। एब्डोमेन पर प्रेशर पड़े या बहुत ज्यादा फिजिकल मेहनत लगे ऐसा एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए।
गर्भावस्था में पेल्विक और बैक मसल्स को मजबूती देने वाले एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। एक्सपर्ट दूसरी तिमाही में पेल्विक और बैक मसल्स को मजबूती देने वाले एक्सरसाइज करने की सलाह देती हैं। इसके अलावा तीसरी तिमाही में वॉकिंग,डक वॉक,स्क्वाट्स, स्विमिंग, जॉगिंग किया जा सकता है। एक्सपर्ट ऐसी कोई भी एक्टिविटी करने की सलाह नहीं देती हैं जिसमें बॉडी को बैलेंस करने की जरूरत हो। इसके अलावा कूदने या जंपिंग करने से भी बचना चाहिए। हाय इंपेक्ट मूवमेंट भी नहीं होना चाहिए।