केला कार्बाइड से पका है या अपने आप? इन तरीकों से पता लगाएं

केला सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है, ये तो आप जानते ही होंगे। कहते हैं कि प्रतिदिन एक केला खाकर भी डॉक्टर को दूर रखा जा सकता है

Update: 2021-09-26 13:22 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केला सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है, ये तो आप जानते ही होंगे। कहते हैं कि प्रतिदिन एक केला खाकर भी डॉक्टर को दूर रखा जा सकता है। दरअसल, यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिससे अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। इसमें विटामिन-ए से लेकर बी-6, सी और आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम और पोटैशियम आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही वो पोषक तत्व हैं, जो केले को सुपरफूड बनाते हैं। रोजाना इसका सेवन कई प्रकार के लाभ दे सकता है। यह पेट और दिल के लिए तो फायदेमंद होता ही है, साथ ही इसके सेवन से प्राकृतिक ऊर्जा की पूर्ति भी होती है। हालांकि ये फायदे पाने के लिए जरूरी है कि केला सही हो, क्योंकि आजकल केले को पकाने के लिए शॉर्टकट तरीका अपनाया जा रहा है, यानी कार्बाइड से केले पकाए जा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कैसे पहचानें कि केला कार्बाइड से पका है या नेचुरली? आइए जानते हैं इसके बारे में... 

कार्बाइड से पके केले को पहचानने का तरीका 

प्राकृतिक रूप से पके केले को पहचानने का तरीका ये है कि उसमें हल्के भूरे और काले रंग के धब्बे होते हैं और इनका छिलका गहरा पीला और दाग वाला होता है और सबसे खास बात कि खाने में ये काफी मीठे होते हैं, जबकि कार्बाइड से पकाए हुए केले का रंग हल्का पीला होता है और नीचे का छिलका काले की जगह हरे रंग का होता है। ऐसे केले जल्दी खराब हो जाते हैं। 

अगर साफ शब्दों में कहें तो प्राकृतिक रूप से पके हुए केले हर जगह से एकसमान रूप से पके हुए होते हैं, जबकि कार्बाइड से पकाए गए केले कई जगह ज्यादा पके हुए होते हैं तो कई जगह एकदम कच्चे ही रहते हैं। इस तरह से आप पहचान सकते हैं कि केले कार्बाइड से पके हैं या अपने आप। 

कई लोग केले को पानी में रख कर भी उसके नेचुरल और कार्बाइड से पके होने का पता लगाते हैं। कहते हैं कि पानी में डूब जाने वाला केला नेचुरली पका हुआ होता है, जबकि अगर केला पानी में तैरने लगे तो नेचुरल नहीं माना जाता। 

कार्बाइड ये केमिकल से पके केले सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। लंबे समय तक ऐसे केले के सेवन से पेट पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही यह लिवर के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि नेचुरली पके हुए केले ही बाजार से खरीदें और खाएं। 

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