अगर आपका ज़ुकाम लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा तो जानिए उसके पीछे की वजह
न सिर्फ ज़ुकाम के लक्षण दुर्बल हो सकते हैं, बल्कि कई बार ज़ुकाम लंबे समय तक ठीक भी नहीं होता, इसकी वजह गंभीर वायरस हो सकता है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | न सिर्फ ज़ुकाम के लक्षण दुर्बल हो सकते हैं, बल्कि कई बार ज़ुकाम लंबे समय तक ठीक भी नहीं होता, इसकी वजह गंभीर वायरस हो सकता है, जिसे ठीक होने में एक सप्ताह से ज़्यादा का समय लग जाता है। अगर आपको सांस लेने में दिक्कत आ रही है, डीहाइड्रेशन, चार दिन से ज़्यादा बुख़ार है या लक्षण बिना किसी सुधार के दिन से ज़्यादा से हैं, तो आपको मेडिकल मदद लेने की ज़रूरत है। यहां तक कि किसी भी तरह के लक्षण अगर गंभीर हैं, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लेनी चाहिए।
अगर आपका ज़ुकाम लंबे समय से ठीक होने का नाम नहीं ले रहा, तो उसके पीछे ये 5 वजह हो सकती हैं:
1. आपको फ्लू है
ज़ुकाम और फ्लू के लक्षण काफी हद तक एक ही तरह के होते हैं, इसलिए खुद से बीमारी का पता लगाना मुश्किल है। आपको लग सकता है कि ये सिर्फ ज़ुकाम है जबकि वह वायरल बुख़ार भी हो सकता है। ज़ुकाम आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है, इसकी शुरुआत छींक, नाक का बहना, गले में ख़राश और खांसी से हो सकती है। आपको फ्लू के साथ खांसी भी हो सकती है, लेकिन जो लक्षण फ्लू को ज़ुकाम से अलग बनाते हैं, वे हैं बुख़ार, ठंड लगना, सिर दर्द, थकावट और मांसपेशियों व हड्डियों में दर्द होना।
फ्लू के लक्षण आमतौर पर ज़ुकाम के लक्षणों से ज़्यादा गंभीर होते हैं, तो अगर सिर्फ ज़ुकाम की वजह से आप बुरी तरह बीमार महसूस कर रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। ताकि आपका इलाज सही तरीके से हो सके।
2. कई तरह के होते हैं ज़ुकाम
रहीनोवायरस 100 से ज़्यादा तरह के होते हैं, और किसी भी एक तरह के संक्रमण से पीड़ित होने पर शरीर को कुछ इम्यूनिटी ज़रूर मिलती है, लेकिन इसके बावजूद ऐसा भी हो सकता है कि आप एक वायरस से उबरने के बाद दूसरे तरह के वायरस की चपेट में आ जाएं।
इसके अलावा सांस से जुड़े वायरस के अलावा भी कई ऐसे संक्रमण हैं, जिनकी चपेट में आकर आपको ज़ुकाम हो सकता है, वे हैं: श्वसनतंत्र संबंधी बहुकेंद्रकी वायरस (respiratory syncytial virus), पैराइंफ्लूएंज़ा वायरस, एडेनोवायरस, कोरोना वायरस, और मेटान्यूमोनोवायरस।
3. ये सिर्फ ऐलर्जी भी हो सकती हैं
सामान्य सर्दी के लक्षणों और एलर्जी के लक्षणों में फर्क समझना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वे आमतौर पर समान महसूस होते हैं। इसमें छीकें, नाक का बलग़म से भरना, नाक का बहना जैसे लक्षण एक तरह के होते हैं। ज़ुकाम के लक्षण एक हफ्ता रहते हैं, वहीं एलर्जी के लक्षण दो से तीन हफ्तों तक रहते हैं। क्योंकि ये दोनों एक से लगते हैं, इसलिए डॉक्टर से मशविरा ज़रूरी हो जाता है।
4. आपका ज़ुकाम, साइनस संक्रमण में भी बदल सकता है
अगर आपका ज़ुकाम 10 दिनों में भी ठीक नहीं होता, और बिना किसी सुधार के चल रहा है, तो ये साइनस भी हो सकता है। साइनस तब होता है, जब चेहरे की पॉकेट्स में तरल पदार्थ जमने लगता है, जिसमें कीटाणुओं जन्म लेने लगते हैं। वायरस ज्यादातर साइनस संक्रमण का कारण बनता है, लेकिन बैक्टीरिया भी उन्हें पैदा कर सकते हैं।
5. आपको निमोनिया है
निमोनिया सीधे सर्दी या फ्लू होने से नहीं होता है, लेकिन लोग इससे सर्दी या फ्लू के बाद एक दूसरे इंफेक्शन के रूप में ज़रूर संक्रमित हो सकते हैं। यह तब हो सकता है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पहले से किसी बैक्टीरिया, वायरल या फेफड़ों में फंगल संक्रमण से जूझ रही हो। निमोनिया के लक्षण बढ़े हुए ज़ुकाम या फ्लू की तरह लग सकते हैं, लेकिन इसके अलावा बुख़ार, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण भी होते हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।