लिवर में अधिक मात्रा में फैट जमा होने के कारण फैटी लिवर की समस्या का सामना करना पड़ता है. फैटी लिवर के कारण हमारा लिवर उस तरह से काम नहीं कर पाता जैसा उसे करना चाहिए. फैटी लिवर की बीमारी 2 प्रकार की होती है- एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, जो अत्यधिक मात्रा में शराब पीने के कारण होती है और दूसरी है नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, यह समस्या खानपान का ख्याल ना रखने के कारण होती है.
नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की समस्या का सामना ज्यादातर उन लोगों को करना पड़ता है जो मोटापे के शिकार हैं या जिनकी लाइफस्टाइल काफी खराब है. अनहेल्दी चीजें खाने के कारण भी फैटी लिवर की समस्या का सामना करना पड़ता है.
फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए डाइट काफी अहम भूमिका निभाती है. लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो हमारे खून में केमिकल्स की मात्रा को संतुलित रखता है. लिवर पित्त रस भी बनाता है जो लिवर में मौजूद खराब पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके अलावा, यह हमारे शरीर के लिए प्रोटीन का निर्माण, आयरन जमा करने और पोषक तत्वों को एनर्जी में बदलने का काम करता है.
फैटी लिवर की समस्या से निपटने के लिए जरूरी है कि आप लो फैट और ज्यादा फाइबर और प्रोटीन वाली चीजों का सेवन करें. शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से भी फैटी लिवर की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें खाने से फैटी लिवर की समस्या से निजात मिल सकता है.
ओट्स में डाइट्री फाइबर पाया जाता है. इसके खाने से आप लंबे समय तक फुल रहते हैं. इसमें लो फैट और फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसे खाने से वजन घटाने में भी मदद मिलती हैं.
एवोकाडो में अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है. इसके अलावा यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का भी एक बहुत अच्छा सोर्स माना जाता है. इसे खाने से फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा मिलता है और यह डैमेज लिवर को भी रिपेयर करता है.
टोफू सोया से बना होता है इसलिए ये लिवर के लिए अच्छा है. ये लिवर में वसा को कम करने में मदद करता है. प्रोटीन का एक बेहतर विकल्प है और लिवर के लिए बहुत अच्छा है. कुछ सोया फूड्स में फलियां, सोयाबीन स्प्राउट्स और सोया नट्स शामिल हैं.
कम मात्रा में फल भी लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. संतरे और अंगूर जैसे खट्टे फल लिवर के लिए ज्यादा अच्छे होते हैं. संतरे में मौजूद विटामिन C लिवर में फैट जमा होने से रोकने में मदद करता है. अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट भी लिवर को सुरक्षित रखते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट लिवर को डैमेज होने से बचाते हैं. इसी तरह ब्लूबेरी का अर्क और अंगूर के बीज का अर्क लिवर कैंसर कोशिकाओं के विकास को धीमा करता है.
डाइट में पत्तेदार सब्जियां शामिल करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. इससे पुरानी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है और मानसिक स्वास्थ्य मे सुधार होता है. खासतौर से लिवर के लिए ये बहुत अच्छी होती है. इनमें ब्रोकली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पालक जैसी सब्जियां शामिल हैं.
फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए लहसुन काफी फायदेमंद साबित होता है. इसके अलावा लहसुन वजन कम करने के लिए भी ये काफी फायदेमंद माना जाता है.
चीनी ना सिर्फ आपके लिए दांतों के लिए बुरी है बल्कि ये आपकी लिवर को भी खराब करती है. बहुत ज्यादा रिफाइंड शुगर और हाई फ्रक्टोज आपका फैट बढ़ा सकता है जिसकी वजह से लिवर की बीमारियां होती हैं. कुछ स्टडीज के मुताबिक चीनी लिवर को शराब की तरह ही खराब करती है, भले ही आपका वजन ज्यादा ना हो. अपनी डाइट में एडेड शुगर, सोडा, पेस्ट्री और कैंडी जैसी चीजें कम से कम शामिल करें.
आपके शरीर को विटामिन A की बहुत जरूरत होती है. इसकी भरपाई लाल, नारंगी या फिर पीले रंगे के फल और सब्जियों से करें. अगर आप विटामिन A का सप्लीमेंट बहुत ज्यादा ले रहे हैं तो इसका असर आपके लिवर पर पड़ सकता है. विटामिन A का सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें.
स्टडी में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि जो लोग सॉफ्ट ड्रिंक ज्यादा पीते हैं उनमें नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज ज्यादा होती है. अपनी डाइट में सोडा का कम से कम इस्तेमाल करने से आपका लिवर सुरक्षित रहेगा. अच्छा होगा कि इसकी जगह आप ताजे फलों का जूस पिएं. शराब का ज्यादा सेवन लिवर पर काफी बुरा असर डालता है. पुरुषों को एक दिन में दो और महिलाओं को 1 ड्रिंक से ज्यादा नहीं लेना चाहिए.
पैकेज्ड और बेक्ड फूज ट्रांस फैट बढ़ाने का काम करते हैं. ट्रांस फैट की वजह से बढ़ा वजन लिवर के लिए अच्छा नहीं होता है. इस तरह की कोई भी चीज खरीदने से पहले इसके इनग्रेडिएंट लिस्ट पर ध्यान दें.