हाई बीपी को कंट्रोल करना चाहते हैं तो इन चीजों का करे सेवन
अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए अर्जुन की छाल
हाई बीपी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। यह बीमारी शरीर में सोडियम बढ़ने या असंतुलित होने और तनाव अधिक लेने की वजह से होती है। इसके अलावा, गलत खानपान और खराब दिनचर्या और अत्यधिक आराम के चलते भी हाई बीपी की समस्या होती है। उच्च रक्तचाप से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। एक रिपोर्ट की मानें तो 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को उच्च रक्तचाप की जांच जरूर करानी चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो उच्च रक्तचाप में रीडिंग 90/140 mmHg या इसके ऊपर रहता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति की धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ता जाता है। वहीं, रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने के लिए दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। रक्तचाप को सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दो तरह से मापा जाता है। इससे यह पता चलता है कि धड़कनों के बीच तनाव या संकुचन है। अगर आप भी उच्च रक्तचाप के मरीज हैं और हाई बीपी को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो इन चीजों का जरूर सेवन करें। आइए जानते हैं-
खरबूजे के बीज
इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। खासकर, पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। इससे शरीर में सोडियम बैलेंस्ड रहता है। इसके लिए आप खरबूजे के बीज का सेवन कर सकते हैं।
अर्जुन की छाल
अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए अर्जुन की छाल का सेवन कर सकते हैं। इसमें एंटी-हाइपरटेंशिव, एंटीप्लेटलेट, एंटी-इस्किमिक, एंटीऑक्सीडेंट, इनोट्रोपिक के गुण पाए जाते हैं, जो उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। इसके लिए अर्जुन की छाल के पाउडर का रोजाना सुबह पानी के साथ सेवन करें।
त्रिफला
आयुर्वेद में त्रिफला को औषधि माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदे मिलते हैं। इसके सेवन से मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप में राहत मिलता है। इसके लिए रोजाना सुबह दूध के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।