दांतों के पीलेपन से परेशान हैं तो अपनाये ये आसान टिप्स
नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड दांतों पर जमे प्लाक से बैक्टीरिया को निकाल भगाता है
यदि आप अपने दांतों के पीलेपन से परेशान हैं तो ये घरेलू नुस्ख़े आपके काम आ सकते हैं.
सही खाएं
अपने खानपान में सेब, गाजर और सेलरि जैसे फलों और सब्ज़ियों को शामिल करें. चूंकि ये कड़े और रफ़ होते हैं, खाते वक़्त दांतों से टकराने के चलते बिना इनैमल को नुक़सान पहुंचाएं दांतों को साफ़ करते हैं. दूध तथा दूध से बनी दूसरी चीज़ें भी खाएं. इनसे पीएच का स्तर बढ़ जाता है और दांतों के इनैमल का री-मिनरलाइज़ेशन होता है.
आज़माएं फ्रूट पील्स
अपने दांतों को केले या संतरे के छिलके के अंदरूनी हिस्से से रगड़ें, इससे दांतों का पीलापन काफ़ी हद तक कम होता है. ये छिलके मैग्नीशियम, मैगनीज और पोटैशियम से भरपूर होते हैं, जिसके चलते दांतों का इनैमल रीर्च हो जाता है. इन फ्रूट पील्स का इस्तेमाल करने के कुछ मिनट बाद ब्रश करें. फ्रूट पील्स का इस्तेमाल हफ़्ते में दो बार करें.
नारियल तेल का कमाल
नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड दांतों पर जमे प्लाक से बैक्टीरिया को निकाल भगाता है. इससे आपके दांतों में नई चमक भी आ जाती है. एक टेबलस्पून शुद्ध, ऑर्गैनिक नारियल तेल लें और इसे मुंह में भरकर 15 से 20 मिनट तक धीरे-धीरे कुलकुलाएं. यह इस तरह करें कि तेल मुंह के सभी हिस्से तक पहुंच जाए. उसके बाद तेल को बाहर थूक दें. पानी से कुल्ला करें और दो ग्लास पानी भी पिएं.
स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल
स्ट्रॉबेरी में मैलिक एसिड और विटामिन सी की अधिकता होती है, जो दांतों को चमकाने में मददगार होते हैं. जहां मैलिक एसिड दांतों के दाग़-धब्बों को हटाता है, वहीं विटामिन सी प्लाक को प्रभावी ढंग से कम करता है. तो अब सोचना क्या है स्ट्रॉबेरीज़ को मैश करके बने मिश्रण से सप्ताह में दो बार अपने दांतों को ब्रश करें. आप स्ट्रॉबेरीज़ खा सकती हैं. इन्हें चबाते समय आपके दांतों की ब्रसशिंग अपने आप हो जाती है.
नमक का उपयोग
नमक आपके दांतों के क्षतिग्रस्त मिनरल्स को लौटा लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे आपके दांत फिर से मोतियों जैसे दमकने लगते हैं. आप टूथपेस्ट की जगह नमक का इस्तेमाल टूथपाउडर के तौर पर कर सकती हैं. नमक को खानेवाले सोडा के साथ मिलाएं और दांतों पर हल्के-हल्के रगड़ें. पर इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आपको काफ़ी सावधानी भी बरतनी होगी, नहीं तो आपके मसूड़े क्षतिग्रस्त हो जाएंगे. हां, दांतों के इनैमल घिस जाने की भी संभावना होती है.