बच्चों के साथ ट्रैवलिंग करने जा रहे तो इन बातो रखे ध्यान
अगर कोरोना काल में आपको परिवार और बच्चों के साथ कहीं यात्रा पर जाना जरूरी है, तो टेंशन होना लाजमी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अगर कोरोना काल में आपको परिवार और बच्चों के साथ कहीं यात्रा पर जाना जरूरी है, तो टेंशन होना लाजमी है. ऐसे में आप यहां बताए जा रहे कुछ टिप्स को फॉलो करके अपने बच्चों को सुरक्षित यात्रा करवा सकते हैं.
कोरोना के बीच बच्चों के साथ यात्रा
कोरोना एक बार फिर से अपने पैर पसार रहा है. इसको लेकर तमाम राज्य सरकारों ने अपनी गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. कुछ जगहों पर नाइट कर्फ्यू शुरू हो चुका है. सभी को सुरक्षित रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. ऐसे में अगर आपको परिवार के साथ कहीं यात्रा पर जाना जरूरी हो, तो टेंशन होना लाजमी है.
लेकिन टेंशन लेने से कोई हल नहीं मिलता. इससे बेहतर है कि हम समस्या के समाधान पर विचार करें. इसलिए अगर आप भी बच्चों के साथ ट्रैवलिंग करने वाले हैं तो अपने बच्चों को सेफ्टी टिप्स देने के साथ कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखने की जरूरत है.
बच्चों को हालात समझाएं
जर्नी में जाने से पहले ये जरूरी है कि आप अपने बच्चों को कोरोना के मौजूदा हालात के बारे में अच्छे से समझाएं ताकि वे खुद भी इसकी गंभीरता को समझ सकें. अगर बच्चों को आपकी बात समझ में आ गई तो वो आपके निर्देशों का भी पालन करेंगे.
बच्चों का बैग तैयार करें
अगर आपके बच्चे बैग कैरी कर सकते हैं, तो उनके लिए यात्रा में पर्सनल बैग तैयार करके रखें. बैग में सैनिटाइजर, वाइप्स, एक्स्ट्रा फेस मास्क वगैरह रखें और उन्हें इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना भी सिखाएं.
घर का खाना ही खाएं
कोरोना काल में बाहर का कुछ भी खाना आपके लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए अपने बच्चों को भी इसके बारे में पहले से समझाएं. रास्ते में घर का बना खाना साथ लेकर जाएं. फल, ड्राई फ्रूट्स वगैरह साथ में रखें और पानी भी घर से ही लेकर जाएं. बाहर की किसी भी चीज को खाने पीने से परहेज करें.
बच्चों को खिड़की की ओर बैठाएं
जर्नी में बच्चों को हमेशा खिड़की की तरफ बैठाएं. इससे बच्चा दूसरे लोगों के संपर्क से दूर रहेगा. इसके अलावा बच्चे को बैठाने से पहले उस जगह और खिड़की को अच्छे से सैनिटाइज करें, ताकि बच्चा अगर वहां कहीं हाथ रखे तो उसे संक्रमण के खतरे से बचाया जा सके.
मेडिकल किट रखें
बच्चों के साथ यात्रा करने से पहले अपनी मेडिकल किट जरूर तैयार करें. इस किट में कुछ बेसिक दवाएं जरूर रखें, जिससे बच्चों को जरूरत पड़ने पर फर्स्ट एड दिया जा सके.