अगर आप भी नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं तो गर्भावस्था के दौरान अपनाएं ये आदतें
गर्भावस्था के दौरान हर महिला को अपनी डिलीवरी और बच्चे की सुरक्षा को लेकर काफी चिंता रहती है. ज्यादातर महिलाएं नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| गर्भावस्था के दौरान हर महिला को अपनी डिलीवरी और बच्चे की सुरक्षा को लेकर काफी चिंता रहती है. ज्यादातर महिलाएं नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं ताकि उनके शरीर से ज्यादा छेड़छाड़ न हो और रिकवरी जल्दी हो. लेकिन नॉर्मल डिलीवरी इस बात पर निर्भर करती है कि क्या महिला का शरीर उसे झेलने में सक्षम है या नहीं. शरीर को मजबूत बनाने में खानपान का अहम रोल होता है. खासतौर से उन चीजों को जिनसे शरीर को आयरन मिलता है ताकि शरीर में खून की कमी न रहे. अगर आप भी नॉर्मल डिलीवरी की चाहत रखती हैं तो उन आदतों को अपनाएं जिनसे आपका शरीर मजबूत रहे.
ये आदतें अपनाना जरूरी
1. अपने दिन की शुरुआत दो गिलास पानी से करें, इसके बाद सेहतमंद ब्रेकफास्ट लें. कोशिश करें कि चाय की जगह जूस या दूध लें.
2. ऑफिस जाते वक्त खाना घर से लेकर जाएं, बाहर न खाएं.
3. नियमित रूप से एक फल, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, फाइबर युक्त चीजें खाएं. इसके अलावा खाने में उन चीजों को शामिल करें जिनमें
प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट हो. ताकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी न रहे.
4. सैचुरेटिड फैट जैसे चीज, लाल मीट इत्यादि कम खाएं. बेहतर हो तो इनसे पूरी तरह परहेज करें.
5. महिलाओं में अक्सर कैल्शियम की कमी होती है, इसे दूर करने के लिए दूध और दूध से बनी चीजें खाएं. नियमित रूप से सुबह 10 बजे से पहले कुछ देर के लिए धूप में बैठें ताकि बच्चे की बेहतर ग्रोथ हो सके. साथ ही आपका कैल्शियम शरीर में अवशोषित हो सके.
6. प्रोसेस किए हुए अनाज की बजाए साबुत अनाज खाएं, तली हुई और ज्यादा मीठी चीजों को खाने से बचें.
यदि चाय की शौकीन हैं तो..
ज्यादातर लोगों को चाय पीना बहुत पसंद होता है, लेकिन कैफीन युक्त चाय ज्यादा पीने से शरीर में पोषक तत्वों को सोखने की क्षमता कम हो जाती है. साथ ही इससे गैस और एसिडिटी जैसी परेशानी भी हो सकती है. यदि चाय का शौक है तो विशेषज्ञ की सलाह से हर्बल टी ले सकती हैं.
कई समस्याओं में लाभकारी है हर्बल टी
हर्बल टी में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो तनाव कम करने में मददगार हैं. साथ ही इनके अन्य भी लाभ हैं जैसे जिंजर टी मॉर्निंग सिकनेस को कम करती है व पाचन प्रक्रिया दुरुस्त करने में मददगार है. रेसबैरी लीफ टी यूट्रस को लेबर के लिए तैयार करती है. इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है. इसे इसे दूसरी तिमाही के बाद पीना सेफ माना जाता है. वहीं पिपरमिंट टी पेट की मांसपेशियों को राहत देती है. अगर पेट खराब हो या जी मिचलाए तो इसका इस्तेमाल फायदेमंद रहता है.
एक्सरसाइज भी जरूरी
विशेषज्ञ की सलाह से योग और एक्सरसाइज जरूर करें. ये आपकी शारीरिक और मानसिक समस्याओं को कम करने के साथ आपको व बच्चे को एक्टिव बनाएंगे. साथ ही शरीर को नॉर्मल डिलीवरी के लिए तैयार करने में मददगार होंगे.