कोरोना से बचाने में हाइब्रिड इम्यूनिटी सबसे ज्यादा कारगर

कोरोना संक्रमण से बचाव में हाइब्रिड इम्यूनिटी सबसे ज्यादा कारगर हो सकती है। टीके की दो या तीन खुराक ले चुके लोगों की तुलना में उन लोगों में कोरोना का दोबारा संक्रमण कम पाया गया है जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे और टीके की एक या दो खुराक ले चुके थे।

Update: 2021-12-16 03:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना संक्रमण से बचाव में हाइब्रिड इम्यूनिटी सबसे ज्यादा कारगर हो सकती है। टीके की दो या तीन खुराक ले चुके लोगों की तुलना में उन लोगों में कोरोना का दोबारा संक्रमण कम पाया गया है जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे और टीके की एक या दो खुराक ले चुके थे।कोरोना संक्रमण से बचाव में हाइब्रिड इम्यूनिटी सबसे ज्यादा कारगर हो सकती है। टीके की दो या तीन खुराक ले चुके लोगों की तुलना में उन लोगों में कोरोना का दोबारा संक्रमण कम पाया गया है जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे और टीके की एक या दो खुराक ले चुके थे। ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अध्ययन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

नेचर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार इजरायल में किए गए अध्ययन से कई बातें स्पष्ट होती हैं। सबसे बड़ा नतीजा तो यह निकलता है कि कोरोना का दोबारा संक्रमण हो सकता है, लेकिन सबसे कम संक्रमण उन लोगों में हुआ है जिन्हें हाइब्रिड इम्युनिटी प्राप्त हो चुकी थी। यानी संक्रमित होने के ठीक होने के बाद जो लोग टीका लगा चुके थे।
संक्रमण सात गुना ज्यादा
रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमित और टीका लगा चुके (हाइब्रिड इम्युनिटी) लोगों में संक्रमण अपेक्षाकृत कम था, जबकि उनकी तुलना में टीके की दो या तीन खुराक ले चुके लोगों में संक्रमण सात गुना ज्यादा था। जो संक्रमित हो चुके थे लेकिन टीका नहीं लगाया था उनमें संक्रमण के मामले ज्यादा थे लेकिन पूर्ण टीकाकरण करा चुके लोगों की तुलना में कम थे। जब यह अध्ययन हुआ था तब ओमीक्रोन का अस्तित्व नहीं था। हालांकि इस अध्ययन के आधार पर वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमीक्रोन को लेकर भी यही प्रभाव कायम रहने की संभावना है।
भारत में हाइब्रिड इम्युनिटी पाने वाले ज्यादा
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अध्ययन बताता है कि संक्रमण के बाद टीका लगा चुके लोगों में कोरोना के खिलाफ न्यूट्रीलाइजिंग एंटीबॉडी ज्यादा पाई जाती हैं। भारत के संदर्भ में भी यह अध्ययन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में बड़े पैमाने पर लोगों को हाइब्रिड इम्युनिटी प्राप्त हो चुकी है। कोरोना की दूसरी लहर में 70-75 फीसदी आबादी संक्रमित हो चुकी थी और उसके बाद करीब 90 फीसदी वयस्क आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है। इसलिए भारत में हाइब्रिड इम्यूनिटी बढ़ रही है। अध्ययन में शामिल इम्यूनोलॉजिस्ट चारनोट थालिन का कहना है कि यह सबसे बड़ा फॉलोअप अध्ययन है तथा आंकड़े हैं जो बताते हैं कि हाइब्रिड इम्युनिटी प्रभावकारी है।
57 लाख लोगों पर किया गया अध्ययन
इजरायल में 57 लाख लोगों पर यह अध्ययन इस साल अगस्त और सितंबर के बीच हुआ। पहले समूह में उन लोगों को रखा गया जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे लेकिन उन्होंने टीका नहीं लगाया था। दूसरी श्रेणी में वे लोग थे जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे और उसके बाद टीके की एक या दोनों खुराक ले चुके थे। तीसरी श्रेणी में वे लोग थे जो संक्रमित नहीं हुए थे और लेकिन छह-आठ महीने पहले टीके की दो डोज के अलावा बूस्टर डोज भी ले चुके थे।


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